दिल्ली में श्री गुरु रविदास जी का मंदिर गिराने के विरोध में पंजाब बंद का आह्वान
सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर दक्षिणी दिल्ली में श्री गुरु रविदास जी का मंदिर गिराने के विरोध में रविदास समाज ने मंगलवार को पंजाब बंद की अपील की है।
जेएनएन, जालंधर। सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर दक्षिणी दिल्ली में श्री गुरु रविदास जी का मंदिर गिराने के विरोध में रविदास समाज ने मंगलवार को पंजाब बंद की अपील की है। लोग विभिन्न जिलों में शांतिपूर्वक प्रदर्शन करेंगे। सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। जालंधर समेत कुछ जिलों में स्कूल बंद रहेंगे। हालांकि, बसें सुचारू रूप से चलती रहेंगी।
पंजाब रोडवेज के जनरल मैनेजर परनीत सिंह मिन्हास ने कहा कि पंजाब रोडवेज मुख्यालय ने बसें बंद रखने संबंधी कोई आदेश जारी नहीं किया गया है। इस बीच केंद्रीय राज्य मंत्री सोम प्रकाश ने डेरा सचखंड बल्ला में गद्दीनशीं श्री 108 संत निरंजन दास जी से मुलाकात कर उनका आशीर्वाद लिया। उन्होंने भी लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है।
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे चुके पूर्व सांसद सुनील जाखड़ ने प्रदर्शन के दौरान आम लोगों को कोई परेशानी न होने को यकीनी बनाने की अपील की है। जाखड़ ने कहा कांग्र्रेस रविदास समाज के साथ खड़ी है और सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर गिराए गए मंदिर के लिए उसी ऐतिहासिक स्थान को फिर से अलॉट करने व मंदिर के दोबारा निर्माण के मामले की पैरवी के लिए हर संभव सहयोग देगी। कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य शमशेर सिंह दूलो ने भी इस मुद्दे पर केंद्रीय मंत्री थावर चंद गहलोत से मुलाकात की है।
शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर बादल ने कहा है कि वह इस मुद्दे पर केंद्र सरकार से बात करेंगे। पूर्व सीएम प्रकाश सिंह बादल ने भी मंदिर गिराने की घटना को गलत बताया है। वहीं, केंद्रीय राज्य मंत्री सोम प्रकाश ने कहा है कि मंदिर के लिए दोबारा जमीन अलॉट करवाने का प्रयास करेंगे। उधर, सोमवार को भी पंजाब के कई जिलों में रविदास समाज ने प्रदर्शन किया।
शाह से मिलेंगे सुखबीर, दोबारा मंदिर बनाने की मांग को कांग्रेस का समर्थन
दक्षिणी दिल्ली के श्री गुरु रविदास जी का मंदिर गिराने के मामले में रविदास समाज आक्रोश में है। वहीं, राजनीतिक दल भी इसमें पूरी सक्रियता से कूद पड़े हैं। शिरोमणि अकाली दल इस मामले को केंद्र सरकार के पास ले जाने की तैयारी में है। शिअद अध्यक्ष सुखबीर बादल इस मामले में गृह मंत्री अमित शाह से मिलेंगे। वहीं, आम आदमी पार्टी में अकाली दल पर आरोप लगाया है कि वह इस मामले में झूठा प्रचार कर रही है। आप शिअद के खिलाफ मुकदमा करने की तैयारी मे है। वहीं, कांग्र्रेस ने रविदास समुदाय की दोबारा मंदिर बनाने की मांग का समर्थन किया है।
शिअद मंदिर पुनर्निर्माण का खर्च उठाने को तैयार: सुखबीर
शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर बादल ने दिल्ली विकास अथॉरिटी की ओर से ऐतिहासिक मंदिर गिराने की सख्त निंदा की है। उन्होंने कहा कि अकाली दल इस केस की कानूनी लड़ाई में सहायता करने व मंदिर के पुनर्निर्माण का खर्च उठाने के लिए तैयार है।
झूठे प्रचार के खिलाफ अकाली दल पर ठोकेंगे मुकदमा: आप
आम आदमी पार्टी का कहना है कि दिल्ली विकास अथॉरिटी की ओर से बीते 10 अगस्त को गुरु रविदास मंदिर भारी पुलिस फोर्स की मदद से तोड़ दिया। अकाली दल इस पर गलत और झूठा प्रचार कर रहा है। आप अकाली दल के विधायकों पर मुकदमा ठोकेगी। पार्टी के कोर समिति के चेयरमैन और विधायक प्रिंसिपल बुद्धराम, उप नेता बीबी सरबजीत कौर माणूके, कुलतार सिंह संधवां, प्रो. बलजिन्दर कौर, रुपिन्दर कौर रूबी आदि ने स्पष्ट किया कि गुरु रविदास मंदिर तोड़-फोड़ में दिल्ली की अरविंद केजरीवाल सरकार की कोई भूमिका नहीं, क्योंकि डीडीए पर सीधा कंट्रोल केंद्रीय की भाजपा सरकार का है। इसका हिस्सा अकाली दल बादल भी है, इसलिए मंदिर तोड़-फोड़ के लिए भाजपा व अकाली दल जिम्मेदार हैं। इस गुनाह की क्षतिपूर्ति दोनों को भुगतनी होगी।
आप नेताओं ने कहा कि पूरा देश जानता है कि दिल्ली में जमीनी मामले, पुलिस व कानून व्यवस्था और सरकारी नौकरियों में बदली और तैनातियों के मामले का पूर्ण अधिकार केंद्र की मोदी सरकार के पास है और केजरीवाल सरकार चाह कर भी इन मामलों में कुछ नहीं कर सकती। आप नेताओं ने कहा कि मंदिर गिराए जाने के बाद आज मगरमच्छ के आंसू बहा रहे अकाली विधायक पवन टीनू, बलदेव सिंह खैहरा, डॉ. सुखविंदर सुक्खी और पूर्व मंत्री सोहन सिंह इस मामले संबंधित केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पूरी, केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल, सोम प्रकाश, भाजपा प्रधान अमित शाह और प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी को क्यों नहीं मिले?
आप नेताओं ने कहा कि पवन टीनू के नेतृत्व में अकाली विधायकों की तरफ से इस लिए डीडीए-भाजपा को जिम्मेदार ठहराने की बजाए केजरीवाल सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए प्रेस नोट जारी करना न केवल झूठ का पुलिंदा है, बल्कि अपने पाप पर पर्दा डालने के लिए गुमराह करने वाला बयान है। यदि अकाली विधायकों ने यह बयान वापस न लिया तो आप पंजाब इन अकाली विधायकों पर मुकदमा ठोकेगी।