आधे शहर की बिजली गुल, लोग परेशान
जागरण संवाददाता, जालंधर : रविवार तड़के शुरू हुई बारिश जहां गर्मी और उमस से परेशान लोगों के
जागरण संवाददाता, जालंधर : रविवार तड़के शुरू हुई बारिश जहां गर्मी और उमस से परेशान लोगों के लिए राहत लाई वहीं जलभराव और बिजली की समस्या भी लाई। कई जगह बिजली के खंभे व पेड़ गिरने और तारों के टूटने से शहर के अधिकांश इलाकों में बिजली अपूर्ति ठप हो गई। कई इलाकों में बिजली 7-8 घंटे गुल रही।
बिजली विभाग के डिप्टी चीफ इंजीनियर परविंदर सिंह का कहना है कि भारी बारिश के चलते कई जगह फाल्ट आने से बिजली सप्लाई बंद करनी पड़ी थी। कुछ इलाकों में बिजली आधे घंटे तक चला दी गई थी लेकिन स्टाफ की कमी के कारण कुछ इलाकों में बड़ा फाल्ट होने से सप्लाई चालू करने में जरूर देरी हुई। लेकिन शाम तक सभी एरिया से मिली शिकायतों पर कार्रवाई करवाकर बिजली सप्लाई चालू करवा दी गई।
इन इलाकों की बिजली रही गुल
अर्बन एस्टेट फेज टू, शेखां बाजार, लाडोवाली लोड, चीमा नगर, किशनपुरा, कमल विहार, आर्य नगर, गुरुनानक पूरा ईस्ट, कैंट एरिया, दीप नगर, जीटीबी नगर, चीमा नगर, मिट्ठापुर रोड।
बिजली जाने से पानी सप्लाई भी बंद
मिट्ठापुर रोड निवासी रेशम सिंह, चीमा नगर निवासी अर्जुन कुमार, जीटीबी नगर निवासी कुलबीर सिंह सहित कई इलाकों के लोगों ने बताया कि जैसे ही बिजली सप्लाई बंद हुई, वैसे ही उनके एरिया में पानी की सप्लाई भी बंद हो गई।
घटिया सामग्री बनी समस्या
शहर में हाल ही में पावरकॉम ने बिजली की तारें एक निजी कंपनी से बदलवाई हैं। जानकारी के अनुसार कंपनी ने इतना घटिया मटीरियल लगाया है कि आए दिन कनेक्शन बॉक्स, केबल, क्लेम आदि जल रहे हैं या टूट रहे हैं। जिससे बार-बार विभाग को बिजली सप्लाई बंद करनी पड़ रही है। थोड़ा भी लोड बढ़ने से केबल जलने लगती है, कनेक्शन बाक्स में आग लग जाती है। वहीं बिजली विभाग के कर्मचारियों के पास अतिरिक्त सामग्री भी नहीं है कि उसे तुरंत बदला जा सके। कर्मचारी लाइनों को ही आपस में जोड़ देते हैं। जिससे आए दिन थोड़ी भी बारिश या फिर आंधी चलने पर बिजली बंद हो जाती है।
1912 पर कई बार की शिकायत, नहीं हुई सुनवाई
प्रीत नगर निवासी कमलेश नागरा, विजय कुमार व नेहा भारद्वाज ने बताया कि बारिश के चलते सुबह से ही लाइट ना होने पर उन्होंने कई बार 1912 पर शिकायत दर्ज करवाई। लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। जब बिजली विभाग के कार्यलयों में फोन किया तो वहां फोन व्यस्त आए।