Punjab Election 2022: मंत्री राणा गुरजीत का पलटवार, सोनिया गांधी से की सुखपाल खैहरा को पार्टी से निकालने की मांग
Punjab Election 2022 सोनिया गांधी को लिखे पत्र में राणा ने कहा कि खैहरा इस वक्त जेल में हैं। यह कोई आम केस नहीं है बल्कि यह ड्रग मनी से जुड़ा मामला है। केस से जुड़ी रकम को नशे के जरिए कमाया गया था जिसे स्वीकार नहीं किया जा सकता।
जागरण संवाददाता, कपूरथला। सीनियर कांग्रेस नेता और तकनीकी शिक्षा मंत्री राणा गुरजीत सिंह ने अपने विरोधी जेल में बंद कांग्रेस नेता सुखपाल खैहरा पर पलटवार किया है। उन्होंने पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र लिखकर से मनी लांड्रिंग मामले में कथित संलिप्तता को लेकर सुखपाल सिंह खैहरा को पार्टी से निष्कासित करने की मांग की है। पत्र में राणा ने कहा कि खैहरा मनी लांड्रिंग के मामले में इस वक्त जेल में हैं। यह कोई आम अनियमित संपत्ति या धन से जुड़ा केस नहीं है बल्कि यह ड्रग मनी से जुड़ा मामला है। केस से जुड़ी रकम को नशे के जरिए कमाया गया था, जिसे स्वीकार नहीं किया जा सकता।
बता दें कि कुछ दिन पहले सुखपाल खैहरा, सुल्तानपुर लोधी के विधायक नवतेज चीमा ने सोनिया गांधी को पत्र लिखकर राणा गुरजीत को कांग्रेस से निष्कासित करने की मांग उठाई थी। प्रतिउत्तर में अब राणा गुरजीत ने खैहरा को ही पार्टी से निकालने की मांग कर डाली है।
मंत्री ने कहा कि कांग्रेस पार्टी हमेशा से नशे के विरुद्ध रही है। पत्र में उन्होंने कहा कि पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने पंजाब में नशे की गंभीर समस्या का मुद्दा साल 2015 में उठाया था। किस प्रकार हमारी पार्टी ऐसे व्यक्ति को टिकट दे सकती है, जिस पर या उसके परिवार के किसी अन्य सदस्य पर नशे का दाग है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के नेताओं और उम्मीदवारों के लिए जवाब देना मुश्किल हो जाएगा कि एक तरफ हम नशे का खात्मा करने की शपथ लेते हैं व दूसरी ओर हम ऐसे दागी व्यक्ति को टिकट दे रहे हैं, जो नशे के जरिए अर्जित की रकम से जुड़े मनी लांड्रिंग के केस में जेल में बंद है।
खैहरा को टिकट देने से गलत संदेश जाएगा
राणा ने कहा कि कांग्रेस को नशे के मुद्दे पर सख्त स्टैंड लेना चाहिए। जो व्यक्ति इन आरोपों में जेल में बंद है, उसे टिकट नहीं मिलनी चाहिए। उन्होंने कहा कि वह व्यक्ति किसी भी तरह से नहीं जीतने वाले हैं। ऐसे व्यक्ति या उसके परिवार के किसी सदस्य को टिकट देने से न सिर्फ गलत संदेश जाएगा, बल्कि इसका अर्थ महत्वपूर्ण चुनावों में एक अहम सीट को खोना भी होगा। उन्होंने दावा किया कि एक ईमानदार और वफादार कांग्रेसी होने के नाते वह अपनी पार्टी में ऐसा होते नहीं देख सकते। वह भी उनके साथ लगने वाले विधानसभा क्षेत्र में।