Raksha Bandhan: भाई की कलाई पर सजा रक्षा का सूत्र, शाम 6 बजे तक है राखी बांधने का शुभ मुहूर्त
Raksha Bandhan 2022 - पंचांग के मुताबिक वीरवार 11 अगस्त को सुबह 10.39 से लेकर शाम 5.51 बजे तक राखी बांधने का शुभ समय है। हालांकि शहर में बहनों ने सुबह से ही भाई की कलाई पर राखी बांधनी शुरू कर दी है।
जागरण संवाददाता, जालंधर। महानगर में वीरवार सुबह से ही रक्षाबंधन पर्व की धूम है। इसे लेकर सुबह से ही चहल-पहल शुरू हो गई। हलवाइयों की दुकानों पर मिठाई खरीदने वालों की लंबी कतारें भाई के लिए बहनों के प्यार की गवाही दे रही थीं। ज्योतिषाचार्यों के अनुसार राखी बांधने के लिए शुभ मुहूर्त सुबह 10.39 बजे से शुरू है लेकिन बहनों ने इसका इंतजार नहीं किया और सुबह से ही राखी बांधने का सिलसिला शुरू हो गया।
तिलक करके और मिठाई खिलाकर बहनों ने अपने भाई की कलाई पर रक्षा का सूत्र बांधा। इस दौरान भाइयों ने भी बहनों को रक्षाबंधन की शुभकामनाएं देते हुए उन्हें उपहार भेंट किए। राखी पर दिए जाने वाले गिफ्ट आइटम्स की खरीदारी को लेकर भी हलवाइयों और अन्य शाप्स पर काफी भीड़ देखी गई।
हालांकि इससे पूर्व रक्षाबंधन के समय को लेकर असमंजस बना हुआ था। इस बीच ज्योतिषाचार्य तथा प्रसिद्ध मंदिरों के पुरोहितों द्वारा पंचांग के मुताबिक 11 अगस्त को सुबह 10.39 से लेकर शाम 5.51 बजे तक राखी बांधने के लिए शुभ समय बताया था। जिसके चलते शहर में बहनों ने भाई की कलाई पर राखी बांधी।
सुबह से ही गुलजार हुए बाजार
इधर, रक्षाबंधन को लेकर शहर के बाजारों में भी तड़के से ही दुकानें खुल गई। विशेष तौर पर मिठाई और गिफ्ट आइटम्स की खरीदारी करने वालों की भीड़ देखने को मिली। इस दौरान लोगों ने राखी, मिठाई, उपहार तथा वस्त्र सहित विभिन्न प्रकार की सामान की खरीदारी की।
10.39 बजे के बाद भद्रकाल नहीं
श्री गोपीनाथ मंदिर के प्रमुख पुजारी पंडित दीनदयाल शास्त्री बताते हैं कि 11 अगस्त को सुबह 10.39 बजे के बाद भद्राकाल नहीं है। जिसके चलते इस समय अवधि में राखी बांधना सनातन धर्म के मुताबिक सही है। उन्होंने कहा कि गुरुवार शाम 5.51 बजे तक राखी बांधी जा सकती है।