चातुर्मास शुरू वीकेंड पर भी सूने रहे बाजार, दुकानदार मायूस
30 जून को लॉकडाउन खत्म होने के बाद भले ही सरकार ने दुकानों का समय बदल शाम पांच बजे की बजाय रात आठ बजे कर दिया है लेकिन सरकार का यह फैसला भी बाजार में रौनक नहीं ला सका।
शाम सहगल, जालंधर
30 जून को लॉकडाउन खत्म होने के बाद भले ही सरकार ने दुकानों का समय बदल शाम पांच बजे की बजाय रात आठ बजे कर दिया है, लेकिन सरकार का यह फैसला भी बाजार में रौनक नहीं ला सका। आलम यह है कि वीकेंड पर शहर के अति व्यस्त रहने वाले बाजारों में भी शनिवार को रौनक गायब रही। इसका एक कारण यह भी है कि एक जुलाई से चातुर्मास शुरू हो चुका है। इसके साथ ही वेडिग तथा फेस्टिवल सीजन को भी विराम लग गया है। इसके चलते बाजारों में ग्राहकों का टोटा है। लोग रोजमर्रा की वस्तुओं की खरीदारी को ही दे रहे तरजीह
ब्रांडरथ रोड शॉपकीपर्स एसोसिएशन के प्रधान अशोक सोबती बताते हैं कि इन दिनों में लोग खरीदारी करने से भी परहेज कर रहे हैं। इसका असर बाजारों के कारोबार पर पड़ रहा है। ऊपर से कोरोना वायरस के कारण लगाए गए कर्फ्यू तथा लॉकडाउन के बीच मंदी की मार झेल रहे लोग इन दिनों जरूरी खरीदारी को छोड़कर अन्य किसी भी तरह की शॉपिग नहीं कर रहे हैं। - पुराना वाला समय ही सही था
रैनक बाजार में तीन पीढि़यों से कपड़े का कारोबार करने वाले आशीष कुमार बताते हैं कि कोरोना वायरस संक्रमण के केस लगातार बढ़ रहे हैं। वेडिग व फेस्टिवल सीजन ऑफ होने के चलते बाजारों में ग्राहक नहीं आ रहे हैं। प्रशासन द्वारा निर्धारित समय में दुकानें खोलना भी खतरे से खाली नहीं है। ऐसे में सरकार व प्रशासन को पुराने वाला समय ही निर्धारित कर देना चाहिए। बल्कि, अगर सरकार वीकेंड पर दुकानें बंद रखने का फैसले लेती है तो दुकानदार सहयोग को तैयार हैं।