हड़ताल खत्म तो बरसात बनी रुकावट, आधा कूड़ा ही उठा
समराए ने कहा कि जेसीबी आपरेटरों को भुगतान के लिए ठेकेदार को चैक दे दिया है।
जागरण संवाददाता जालंधर : शनिवार को जेसीबी ऑपरेटरो के ठेकेदार को भुगतान के बाद मशीनरी चलने का काम सुचारू हो गया, लेकिन कूड़े की लिफ्टिंग में बरसात ने रुकावट डाल दी। वरियाणा डंप पर बरसात के कारण डोजर मशीन चलाने में मुश्किल आई, जिससे कूड़ा फेंकने वाली गाड़ियों को भी परेशानी हुई। डंप पर दलदल जैसे हालात होने से सिर्फ बड़ी गाड़ियां ही कूड़ा ले जा सकीं। ठेकेदार की गाड़ियों ने शनिवार को कूड़ा नहीं उठाया। हेल्थ एंड सैनिटेशन कमेटी के चेयरमैन बलराज ठाकुर और मेंबर जगदीश समराए ने कहा कि जेसीबी ऑपरेटरों को भुगतान के लिए ठेकेदार को चेक दे दिया है।
शुक्रवार को निगम प्रशासन और निगम यूनियनों में समझौता हो गया था। इससे उम्मीद थी कि शनिवार से कूड़े के लिफ्टिंग सुचारू हो जाएगी, लेकिन शनिवार सुबह तेज बरसात से काम प्रभावित रहा। कूड़ा उठाने वाली छोटी गाड़ियां न चलने के कारण करीब 232 टन ही कूड़ा शहर से उठाया जा सका। नगर निगम की 14 गाड़ियों ने 42 चक्कर लगा कर 232 टन कूड़ा उठाया। हालांकि रोज औसतन 400 टन कूड़ा निकलता है।
निगम प्रशासन और जेसीबी ऑपरेटरों में चल रही थी खींचतान
पिछले कई दिनों से निगम प्रशासन और जेसीबी ऑपरेटरों में वेतन को लेकर खींचतान चल रही थी। मुलाजिमों का कहना था कि उन्हें पांच महीनों से वेतन नहीं मिल रहा था। अब तो उनके घर में चूल्हा जलाना भी मुश्किल हो गया था। अब निगम की हेल्थ एंड सैनिटेशन कमेटी के पदाधिकारियों ने उन्हें चेक सौंप दिया है। हालांकि अभी भी कुछ राशि रह गई है। यह राशि भी उन्हें जल्द दी जाएगी।