राधा रानी की जय, बरसाने वाली की जय'
संवाद सहयोगी, जालंधर श्री चतैन्य महाप्रभु श्री राधा माधव मंदिर प्रताप बाग में हरि संकीर्तन के साथ राध
संवाद सहयोगी, जालंधर
श्री चतैन्य महाप्रभु श्री राधा माधव मंदिर प्रताप बाग में हरि संकीर्तन के साथ राधा माता का अभिषेक कर श्री राधा अष्टमी मनाई गई। दरबार ब्रह्मचारी गोकुल वालों ने व पुजारी हरि प्रसाद, पुजारी नंद दयाल ने गुरु वंदना कर कार्यक्रम की शुरुआत की। सन्नी दुआ ने ' जय राधे जय रमन बिहारी जी' कुलदीप मेहता ने ' राधा रानी की जय, महारानी की जय, बोलो बरसाने वाली की जय ' ' जय राधा माधव जय कुंज बिहारी' के भजन गाए। भगवान कृष्ण व राधा माता के भजन सुन कर सारे ही भक्तजन झूम उठे। श्री चतैन्य गुडिया मठ गोकुल से पधारे त्रिडंडी स्वामी 108 श्रीमद् भक्ति रूप अकिनचंद महाराज ने राधा माता के प्रकट होने की कथा सुनाते हुए कहा कि राधा माता का जन्म रावल गांव में हुआ था। जब राधा माता का जन्म हुआ था तब वह कमल के फूल में थी। उसके बाद उन्होंने ग्यारह महीने तक अपनी आंखें नहीं खोली थीं। जब वह नंद महाराज के घर गई थी तो वहां पर कृष्ण जी का चेहरा देख कर ही अपनी आंखे खोली थीं। कथा व संकीर्तन के बाद 12 बजे चंदर मोहन शर्मा, गुलशन, मिंटू, विकास ने राधा माता का अभिषेक किया। इस मौके पर आकाश मल्होत्रा, राजेश शर्मा, अमित चड्डा, राम भजन पांडे, प्रधान प्रशोतम सागर, न¨रदर गुप्ता, राज कुमार, मदन गोपाल कपूर, अजय अग्रवाल, टीएल गुप्ता, गगन अरोड़ा, राजन शर्मा, हेमंत शर्मा, कपिल देव व अन्य भक्तजन उपस्थित थे।