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आर्थिक संकट से घिरी पंजाब रोडवेज, महिलाओं की निःशुल्क यात्रा का नहीं हुआ भुगतान

पंजाब में महिला यात्रियों को निशुल्क सफर करवा कर सरकार के लिए वाह-वाह बटोर रही पंजाब रोडवेज खुद भारी आर्थिक संकट से घिर गई है। सरकार की तरफ से महिलाओं की निशुल्क यात्रा के लिए पंजाब रोडवेज को ढाई महीने गुजर जाने के बाद भी भुगतान नहीं किया गया है।

By Vinay KumarEdited By: Published: Sun, 20 Jun 2021 04:37 PM (IST)Updated: Sun, 20 Jun 2021 04:37 PM (IST)
आर्थिक संकट से घिरी पंजाब रोडवेज, महिलाओं की निःशुल्क यात्रा का नहीं हुआ भुगतान
महिलाओं की निशुल्क यात्रा का भुगतान नहीं किया गया है।

जालंधर [मनुपाल शर्मा]। महिला यात्रियों को निशुल्क सफर करवा कर सरकार के लिए वाह-वाह बटोर रही पंजाब रोडवेज खुद भारी आर्थिक संकट से घिर गई है। पंजाब सरकार की तरफ से महिलाओं की निशुल्क यात्रा के लिए पंजाब रोडवेज को ढाई महीने गुजर जाने के बाद भी कोई भुगतान नहीं किया गया है और नतीजा यह निकला है कि अब अगले महीने से कॉन्ट्रैक्ट मुलाजिमों को वेतन देना भी एक चुनौती बन गया है। पंजाब सरकार की तरफ से 1 अप्रैल 2021 से पंजाब रोडवेज एवं पेप्सू रोड ट्रांसपोर्ट कारपोरेशन (पीआरटीसी) की बसों में महिलाओं के लिए निशुल्क यात्रा सुविधा देने की घोषणा की गई थी। इसका भुगतान पंजाब सरकार की तरफ से रोडवेज एवं पीआरटीसी को किया जाना था।

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पंजाब सरकार की तरफ से दी गई उक्त सुविधा का महिलाओं में खासा क्रेज पाया जा रहा है। इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि प्रत्येक माह पंजाब रोडवेज के हर एक डिपो में महिलाओं को दी जा रही निशुल्क यात्रा का औसतन 60 लाख से ज्यादा का बिल बन रहा है। पंजाब रोडवेज जालंधर की तरफ से ही लगभग डेढ़ करोड़ की यात्रा महिलाओं को करवाई जा चुकी है। अप्रैल महीने में महिलाओं की निशुल्क यात्रा के लिए 65 लाख, मई महीने में 60 लाख और जून के पहले 15 दिन में ही 30 लाख से ज्यादा का बिल बन चुका है, जो कुल मिलाकर डेढ़ करोड़ से ज्यादा की राशि बनती है। पंजाब रोडवेज जालंधर के जनरल मैनेजर नवराज बातिश की तरफ से ढाई महीने में लगभग डेढ़ करोड रुपए की निशुल्क यात्रा महिलाओं को करवाएं जाने की पुष्टि की गई है।

पंजाब रोडवेज के पक्के मुलाजिमों के वेतन का भुगतान तो सरकार की तरफ से खजाने के जरिए किया जाता है, लेकिन कॉन्ट्रैक्ट मुलाजिमों की तनख्वाह का इंतजाम पनबस खुद करती है। बीते एक वर्ष से भी ज्यादा अवधि से पंजाब रोडवेज आर्थिक संकट झेल रही है। लॉकडाउन की वजह से भी ऑपरेशन में कमी रही। इसी मध्य 50 फीसद यात्रियों के साथ संचालन जारी रखा गया और उसके बाद किसान आंदोलन के चलते दिल्ली की बस सेवा सामान्य ही नहीं हो सकी। जम्मू कश्मीर की बस सर्विस भी सवा साल से बंद पड़ी हुई है और कमाई करने वाली वोल्वो बसें भी मात्र एकाध रूट पर चलाई जा रही हैं। पंजाब रोडवेज के वरिष्ठ अधिकारियों ने अपना नाम प्रकाशित न करने की शर्त पर बताया है कि अगले महीने कॉन्ट्रैक्ट मुलाजिमों को वेतन देना एक भारी चुनौती बना हुआ नजर आ रहा है।


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