Punjab Police: हुलिया बदलकर छिपा बर्खास्त इंस्पेक्टर राजस्थान से गिरफ्तार, ससुराल से मिला 30 लाख कैश
डीएसपी विजिलेंस केवल कृष्ण ने बताया कि इंस्पेक्टर बाजवा को 22 सितंबर को राजस्थान के झालागढ़ जिले के रायपुर से पंजाब पुलिस और विजिलेंस के संयुक्त अभियान में गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने उसे चार दिन के रिमांड पर लिया है।
संवाद सहयोगी, फिरोजपुर। पंजाब विजिलेंस ब्यूरो ने एनडीपीएस एक्ट के तहत झूठा केस दर्ज कर 86 लाख रुपये हड़पने के मामले में बर्खास्त कपूरथला के रहने वाले इंस्पेक्टर परमिंदर बाजवा के रिमांड के बाद रविवार को उसके मुक्तसर के गांव समी स्थित ससुराल घर से 30 लाख रुपये बरामद किए हैं।
डीएसपी विजिलेंस केवल कृष्ण ने बताया कि इंस्पेक्टर बाजवा को 22 सितंबर को राजस्थान के झालागढ़ जिले के रायपुर से पंजाब पुलिस और विजिलेंस के संयुक्त अभियान में गिरफ्तार किया गया है। इसके बाद फिरोजपुर की अदालत ने उसे चार दिन के पुलिस रिमांड पर विजिलेंस को सौपा था। उसके ससुराल में छापामारी की गई तो 30 लाख रुपये कैश मिला। इस मामले में पंजाब पुलिस के तीन और कर्मचारियों पर भी कार्रवाई की गई है।
राजस्थान में हुलिया बदल कर रहता था परमिंदर
बर्खास्त इंस्पेक्टर परमिंदर सिंह राजस्थान में हुलिया बदलकर छिपा हुआ था। पुलिस सेवा के दौरान वह पगड़ी बांधता था। राजस्थान में वह क्लीन शेव होने के साथ सिर के बाल मुंडवा कर रह रहा था। एक बार तो उसे देखकर पहचानना ही मुश्किल था।
दो युवकों को फर्जी केस में फंसाया
उन्होंने बताया कि परिक बास थाना कालू, बीकानेर, राजस्थान निवासी भंवर लाल ने 20 जुलाई को पुलिस को शिकायत दर्ज कराई थी कि लुधियाना में रहने वाले उनके भाई अशोक जोशी ने गौतम नाम के अपने कर्मचारी को टैक्सी चालक कवलजीत सिंह के साथ मोगा से 86 लाख रुपये का भुगतान लेने के लिए भेजा था, लेकिन उस दिन उक्त आरोपित इंस्पेक्टर बाजवा ने एक सहायक इंस्पेक्टर अंग्रेज सिंह, राजपाल सिंह व हेड कांस्टेबल जोगिंदर सिंह से मिलकर उसके भाई के कर्मचारी और टैक्सी चालक से 86 लाख रुपये जब्त कर लिए थे। उक्त अधिकारियों ने फिरोजपुर कैंट थाने में एनडीपीएस एक्ट के तहत झूठा मामला कर्मचारी गौतम व टैक्सी ड्राइवर पर दर्ज किया था।