अमृतसर में पाकिस्तान के लिए जासूसी करने वाले दो गिफ्तार, आइएसआइ को आर्मी एरिया की जानकारी भेजते थे रियाज और शमशाद
गुरुनगरी से पाकिस्तान के लिए जासूसी करने वाली दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पंजाब स्टेट स्पेशल आपरेशन सेल ने यह कार्रवाई की है। आरोपितों के कब्जे से मिले मोबाइल से आर्मी क्षेत्रों के नक्शे और फोटोग्राफ बरामद हुए हैं।
जासं, अमृतसर। पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आइएसआइ के लिए काम करने वाले दो जासूसों को स्टेट स्पेशल आपरेशन सेल ने बुधवार की शाम गिरफ्तार किया है। आरोपितों के कब्जे से सेना क्षेत्र के नक्शे और कई अन्य जानकारियां मिली है। उनसे सुरक्षा एजेंसियां पूछताछ कर रही हैं।
प्राथमिक जांच में सामने आया है कि कोलकाता के बेनियापुकर गांव स्थित ओस्टागारलेन इलाके में रहने वाला जफर रियाज साल 2005 से आइएसआइ के लिए जासूसी कर रहा है। उसने अमृतसर रेलवे स्टेशन के बाहर लेमन सोडा बेचने वाले बिहार स्थित मधुबनी जिला स्थित भेजा गांव के शमशाद को अपने साथ मिला लिया था। इधर, गिरफ्तारी को लेकर एसएसओसी के अधिकारी कुछ बताने को तैयार नहीं है। उन्होंने इतना जरूर बताया कि इस बाबत बड़े अफसर प्रेस वार्ता कर सकते हैं।
स्टेट स्पेशल आपरेशन सेल को जानकारी मिली थी कि जफर रियाज आइएसआइ एजेंट आवेश के इशारे पर भारतीय सेना के क्षेत्रों की जानकारियां जुटाने में लगा है। इसके बाद डीएसपी हरविंदर सिंह की अगुआई में टीम ने छापामारी कर उसे और शमशाद को अमृतसर रेलवे स्टेशन के बाहर से गिरफ्तार कर लिया।
पाकिस्तान की राबिया ने प्रेम जाल में फंसाया
जफर रियाज ने पुलिस को बताया कि वह साल 2005 में पाकिस्तान घूमने गया था। वहां उसकी मुलाकात लाहौर में रहने वाली राबिया के साथ हो गई थी। राबिया ने उसे प्रेम जाल में फंसाया और उसके साथ शादी कर ली। शादी के बाद वह उसे अपने साथ भारत लेकर आ गया था। इस बीच राबिया ने उसकी मुलाकात आइएसआइ एजेंट आवेश से करवाई थी। राबिया भारत आने के बाद उसे पाकिस्तान जाने के लिए कहा करती थी लेकिन वह पाकिस्तान नहीं गया। जांच में सामने आया कि 2012 एक सड़क दुर्घटना में कोलकाता में जफर रियाज जख्मी हो गया था। उसकी आर्थिक हालत काफी खराब हो गई। फिर उसे राबिया किसी तरह पाकिस्तान ले गई।
एजेंट आवेश के इशारे पर काम करता था रियाज
वहां पर फिर उसकी मुलाकात एजेंट आवेश के साथ करवाई गई। आवेश ने उससे कहा कि वह पाकिस्तान के लिए जासूसी करे। इसके बदले में उसे पैसे दिए जाएंगे। काफी लंबे समय तक जफर रियाज पाकिस्तान में रहा और फिर आवेश के इशारे पर अपना इलाज कराने के बहाने भारत में आता रहा।
यहीं, उसकी मुलाकात अमृतसर रेलवे स्टेशन के बाहर लेमन सोडा बेचने वाले शमशाद से हुई थी। उसने शमशाद को भी अपने साथ मिला लिया। दोनों ने कुछ दिन पहले खासा, कैंट, एयरपोर्ट और कुछ अन्य जगहों के फोटो अपने मोबाइल में क्लिक किए थे। पुलिस पता करने में जुटी है कि आरोपित कितनी बार पाक को खुफिया दस्तावेज भेज चुके हैं।