जागरण संवाददाता, अमृतसर। पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष नवजोत सिद्धू ने अमृतसर पूर्वी विधान सभा क्षेत्र से अपना नामांकन भरा। इस विधानसभा सीट से अकाली दल ने पूर्व मंत्री बिक्रम सिंह मजीठिया को चुनाव मैदान में उतारा है। मजीठिया बनाम सिद्धू के बाद इस सीट पर मुकाबला रोचक हो गया है। वहीं भाजपा ने पूर्व आइएएस जगमोहन सिंह राजू को यहां से टिकट दी है।
पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने बिक्रम सिंह मजीठिया को चुनाैती दी कि यदि दम है तो मजीठा विधानसभा छोड़कर अकेली ईस्ट सीट पर आकर चुनाव लड़ें। सिद्धू ने कहा कि यदि दम है तो ऐसा करें। इन्होंने चिट्टा बेचा, जवानी तबाह कर दी। इन्हें कौन मुंह लगाएगा। शहर अमन चाहता है, व्यापार चाहता है। भ्रम व सहम नहीं, गुंडागर्दी नहीं। लोकतंत्र को डंडातंत्र नहीं बनाना चाहते। शहर का भरोसा कांग्रेस पर था और रहेगा। छेहरटा में एक इंस्पेक्टर अपनी बेटी की इज्जत बचाने आया था, उसकी छाती पर गोली मारकर नाचे थे ये। पूरे पंजाब को मार दिया। 90 साल की उम्र में बादल के मुंह पर जूती फेंकी गई थी। नवजोत ने कहा कि सत्य प्रताड़ित हो जाता है, लेकिन पराजित नहीं हुआ। आदि अनंत काल से इसी तरह सत्य के मार्ग पर चलने वाले विजयी रहे।
मेरी जिंदगी संघर्ष को गहना बनाकर सत्य का मार्ग धारण करने की है। नैतिकता का मार्ग धारण करने की है। आरोप बहुत हैं, लेकिन नवजोत सिद्धू की चादर सफेद है। जो लोग खुद गुनाहगार हैं वो सिद्धू से सवाल करने की औकात नहीं रखते। 17 साल मेरा राजनीतिक जीवन रहा। सिद्धू ने शहर में पर्चे नहीं करवाए। पंजाब को लूटा नहीं। इनसे पूछकर देखो कि ये वो चोर हैं जो आज खरबपति हैं। करोड़ की जमीन लेकर अगले दिन सरकार को तीन करोड़ में बेची। मैंने कभी जमीर व इमान नहीं बेचा। आज चोर-डाकू इकट्ठे होकर सिद्धू को ढहाने में लगे हैं, पर सिद्धू विचारधारा है, होकर रहेगा।
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