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जालंधर में शिक्षा सचिव स्कूल हेड व प्रिंसिपल से हुए रूबरू, बोले- केवल पास नहीं, 90 फीसद अंक लाने पर करें फोकस

पंजाब के शिक्षा सचिव कृष्ण कुमार स्कूल मुखियों और प्रिंसिपलों से रूबरू हुए। उन्होंने शिक्षा विभाग से जुड़े एक-एक सदस्य की मेहनत को सराहा। साथ ही उन्होंने प्रत्येक स्कूल में विद्यार्थियों को 90 फीसद से अधिक अंक लाने के लिए प्रेरित किया।

By Vikas_KumarEdited By: Published: Wed, 06 Jan 2021 07:10 AM (IST)Updated: Wed, 06 Jan 2021 07:10 AM (IST)
जालंधर में शिक्षा सचिव स्कूल हेड व प्रिंसिपल से हुए रूबरू, बोले- केवल पास नहीं, 90 फीसद अंक लाने पर करें फोकस
शिक्षा सचिव कृष्ण कुमार जालंधर के स्कूल मुखियों और प्रिंसिपलों से रूबरू हुए।

जालंधर, जेएनएन। मिशन शतप्रतिशत का लक्ष्य हासिल करने के शिक्षा सचिव कृष्ण कुमार स्कूल मुखियों और प्रिंसिपलों से रूबरू हुए। उन्होंने पहले शिक्षा विभाग से जुड़े एक-एक सदस्य की मेहनत को सराहा। कहा, प्रत्येक के योगदान के बदौलत ही विद्यार्थियों की दाखिले बढ़ें, स्मार्ट स्कूल बनें, इन्फ्रास्ट्रक्चर सुधरा और क्वालिटी एजुकेशन भी बढ़ी हैं। मगर अब सभी के सामने मिशन शतप्रतिशत का लक्ष्य हैं। यानि प्रत्येक स्कूल के सभी विद्यार्थी पास हो, 90 फीसद से अधिक अंक हासिल करने वाले ज्यादा से ज्यादा विद्यार्थी निकलें और बोर्ड की परीक्षाओं में मेरिट भी ज्यादा निकले।

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विद्यार्थियों को कमी को दूर करने के यह रहे टिप्स

-विद्यार्थियों को माडल टेस्ट पेपर देकर पाठ्यक्रम का अभ्यास व टेस्ट लें।

-उनकी बार-बार आने वाली गलतियों पर गौर करें और उन्हें ठीक करवाएं।

-टेस्ट में आने वाली कमियों को दूर करें कि उनके कहां नंबर कटे और उसे कैसे ठीक करें।

-विद्यार्थियों की कमियों को दूर करने के लिए बडी ग्रुप में गतिविधियां करवाई जाएं।

-अपने-अपने स्कूल से बोर्ड की कक्षा में बेहतर विद्यार्थियों पर ध्यान दें, मैरिट के लिए करें प्रोत्साहित।

-कमजोर विद्यार्थियों का भी नतीजा अच्छा हो उन पर ज्यादा ध्यान दें।

इन प्रयासों पर अध्यापकों का बढ़ाया हौंसला

-अध्यापकों की मेहनत से कोरोना काल में पढ़ाई जारी रही।

-अधिक हाजरी वाले शिक्षकों और स्कूल मुखियों की मेहनत को भी सराहा।

-पंजाब अचीवमेंट सर्वे के बेहतर नतीजे मिले।

-घर-घर जाकर पेपर विद्यार्थियों को दिए, मूल्यांकन किया।

-पंजाब एजुकेयर एप व वर्चुअल प्रोग्रामों के जरिए चली पढ़ाई।

-प्रतियोगी परीक्षाओं की प्रेक्टिस व विद्यक मुकाबले आदि की गतिविधियां करवाई।

-शिक्षा विभाग के प्रत्येक सदस्य की बदौलत रिकार्डतोड़ 15 फीसद दाखिले ज्यादा हुए।

-प्रत्येक सबजेक्ट के जिला और ब्लाक मेंटोर विषय को बेहतर बनाने के लिए माइक्रो योजना बनाएं।

-अध्यापकों के बडी ग्रुप भी इक दूसरे की परेशानियों व शंकाओं को दूर करें, योजनाएं बनाएं।


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