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Punjab Lumpy Skin: डायरेक्टर पशु पालन विभाग ने किया रुपनगर के गांवों का दौरा, वैक्सीन लगाने के दिए निर्देश

पशु पालन विभाग के डायरेक्टर डा. सुभाष चंद्र ने कहा कि गांव फतेहगढ़ में लगभग सभी पशु तंदुरुस्त पाए गए हैं जबकि बीमारी के फैलाव का प्रभाव मामूली है। गांव अरनौली के एक घर का दौरा किया गया तो वहां 18 पशुओंं में से मात्र दो पशु प्रभावित मिले हैं।

By Pankaj DwivediEdited By: Published: Wed, 17 Aug 2022 03:05 PM (IST)Updated: Wed, 17 Aug 2022 03:05 PM (IST)
Punjab Lumpy Skin: डायरेक्टर पशु पालन विभाग ने किया रुपनगर के गांवों का दौरा, वैक्सीन लगाने के दिए निर्देश
गांव फतेहपुर में पशु पालन विभाग के डायरेक्टर डा. सुभाष चंद्र पशुओं के मालिकों से बात करते हुए।

संवाद सहयोगी, रूपनगर। पशुओं में फैली लंपी स्किन बीमारी री स्थिति का जायजा लेने पशु पालन विभाग के डायरेक्टर डा. सुभाष चंद्र ने साथ लगते गांव फतेहगढ़ तथा अरनौली का दौरा किया। डायरेक्टर डा. सुभाष चंद्र ने कहा कि इस बीमारी के कारण काफी संख्या में पशु तथा पशु पालक प्रभावित हुए हैं लेकिन साथ यह भी कहा कि समय रहते विभाग के हरकत में आने से स्थिति काफी संभल गई है तथा काफी पशु तंदुरुस्त हो चुके हैं।

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उन्होंने बताया कि गांव फतेहगढ़ में लगभग सभी पशु तंदुरुस्त पाए गए हैं जबकि बीमारी के फैलाव का प्रभाव मामूली है। उन्होंने बताया कि गांव अरनौली के एक घर का दौरा किया गया तो वहां 18 पशुओंं में से मात्र दो पशु प्रभावित मिले हैं। डायरेक्टर डा. सुभाष चंद्र ने विभाग के अफसरों को हिदायत दी कि बीमारी से प्रभावित पशुओं को अलग शेड में रखने की व्यवस्था बनाई जाए तथा जो पशु तंदुरुस्त हैं उनकी सुरक्षा के लिए उन्गहें वैक्सीन लगाई जाए।

उन्होंने अफसरों को यह हिदायत भी दी कि पशु पालकों के द्वारा जब भी पशुओं से संबंघित बीमारी बारे शिकायत की जाती है तो उसे गंभीरता से लेते हुए मौके पर जाकर पशु का उसीज सुनिश्चित बनाया जाए। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि अगर पशुओं के इलाज में कोई कोताही करता पाया जाता है तो संबंधित अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई सुनिश्चित बनाई जाए।

डायरेक्टर डा. सुभाष चंद्र ने विभाग को निर्देश दिए कि पशु पालकों को कोई दिक्कत नहीं आनी चाहिए तथा जब भी कोेई पशु पालक अधिकारियों के पास सहायता के लिए पहुंच बनाता है तो उसे तुरंत सहायता प्रदान की जाए। उन्होंने यह भी कहा कि अगर कोई पशु पालक विभाग तक पहुंच बनाने में असमर्थ है तो ऐसे पशु पालक तक विभाग के अधिकरारियों को अपना दायित्वन समझते हुए खुद पहुंच बनानी चाहिए ताकि बीमारी के फैलाव को रोकने के साथ साथ पशुओं का पूरा इलाज संभव बनाया जा सके।

उन्होंने यह भी कहा कि अगर किसी का पशु लंपी स्किन बीमारी से मरता है तो उसके शरीर को पंजाब सरकार द्वारा जारी दिशा निर्देशों के अनुसार ही जमीन में दबाया जाए। इस मौके उनके साथ विभाग के डिप्टी डायरेक्टर डा. बहादुर सिंह सहित अन्य अधिकारी हाजिर थे।


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