Punjab Powercom: अभी बिजली बिल जमा नहीं होगा, टेक्निकल स्टाफ की हड़ताल के कारण मकसूदां व कैंट के कैश काउंटर बंद
जालंधर में उपभोक्ता बिजली बिल जमा नहीं कर पा रहे हैं। टेक्निकल स्टाफ हड़ताल पर होने की वजह से तीन डिवीजनों के कैश काउंटर बंद हैं। रोजाना पचास करोड़ का वित्तीय नुकसान हो रहा है। कर्मचारी वीरवार तक सामूहिक हड़ताल पर हैं।
कमल किशोर, जालंधर। सब डिवीजन के कैश काउंटर बंद होने के कारण उपभोक्ता बिजली बिल जमा नहीं कर पा रहे हैं। टेक्निकल स्टाफ हड़ताल पर होने की वजह से तीन डिवीजनों के कैश काउंटर बंद हैं। रोजाना पचास करोड़ का वित्तीय नुकसान हो रहा है। इधर, लंबित मांगों को लेकर पावरकाम के टेक्निकल स्टाफ की हड़ताल तीसरे दिन भी जारी रही। गत मंगलवार को पटियाला में पावरकाम के सीएमडी के साथ हुई बैठक में कोई परिणाम नहीं निकला है। मांगों को नजरअंदाज किए जाने पर स्टाफ में रोष है। दूसरी ओर, सरकार वित्तीय नुकसान झेल रही है। कर्मचारी पुरानी पेंशन स्कीम बहाली और पे ग्रेड बढ़ाने की मांग कर रहे हैं।
बुधवार को तीसरे दिन भी जालंधर सर्किल के मकसूदां, जालंधर कैंट व पठानकोट डिवीजन के कैश काउंटर बंद रहे। इन तीनों डिविजन में काउंटर बंद होने की वजह से उपभोक्ताओं के बिल जमा नहीं हो रहे हैं। उपभोक्ता निराश होकर वापस घर जा रहे हैं। कैंट निवासी विनोद कुमार का कहना है कि सुबह बिल जमा करवाने के लिए कैश काउंटर पहुंचे तो वह बंद मिला। अब दोबारा बिल जमा करवाने के लिए आना पड़ेगा। परेशानी का सामना भी झेलना पड़ रहा है। उपभोक्ता गुरप्रीत सिंह ने कहा कि पठानकोट डिवीजन के कैश काउंटर भी बंद हैं। वह बिजली बिल जमा नहीं करवा पाए।
वीरवार तक रहेंगे सामूहिक हड़ताल पर
जालंधर सर्किल के प्रधान व स्टेट कंनीवर बलविंदर सिंह राणा ने कहा कि स्टाफ ने सामूहिक अवकाश लेकर सरकार के खिलाफ रोष प्रदर्शन कर रहे है। बैठकों का दौर चल रहा है। मैनेजमेंट मांगों को नजरअंदाज करती है तो लंबी छुट्टी लेकर हड़ताल पर जा सकते है। जालंधर सर्किल के दस हजार कर्मचारी सामूहिक छुट्टी लेकर हड़ताल पर डटे हुए है। पावरकाम मैनेजमेंट पे बैंड, डीए व पुरानी पेंशन बहाली की मांग को पूरी नहीं कर रही है। उपभोक्ता को परेशानी का सामना करना पड़ेगा।