सीएम मान को भायी किसान की पहल, धान की सीधी बिजाई को बठिंडा का परिवार दे रहा रु. 1500 की मदद
सीएम भगवंत मान ने ट्ववीट किया कि अच्छी बात यह है कि गिरते भूजल की समस्या को लेकर अब प्रदेश के किसान भी जागरूक होने लगे हैं। इसके बाद किसान भी जागरूक हो रहे हैं। इसकी सबसे बड़ी मिसाल जिले के गांव जीदा में देखने को मिल रही है।
आनलाइन डेस्क, जालंधर। बठिंडा के एक किसान परिवार ने गांव के किसी भी किसान को धान की सीधी बिजाई पर प्रति एकड़ 1500 रुपये देने की घोषणा की है। मुख्यमंत्री भगवंत मान ने इस पहल का स्वागत करते हुए दैनिक जागरण में प्रकाशित समाचार को ट्विटर शेयर किया है। उन्होंने लिखा कि बहुत खुशी हुई कि हमारे किसान खेती और पानी बचाने की मुहिम को जन आंदोलन बनाने में बढ़-चढ़ कर योगदान दे रहे हैं...इसी तरह सब मिल कर कोशिश करेंगे तो यकीन मानो कामयाब भी जरूर होंगे। उन्होंने अपनी ट्वीट के साथ दैनिक जागरण में प्रकाशित समाचार को भी संलग्न किया है।
बता दें कि पंजाब सरकार ने इस सीजन में पंजाब के गिरते भूजल को बचाने के लिए धान की सीधी बिजाई पर प्रति एकड़ 1500 रुपये देने का एलान किया है। अच्छी बात यह है कि समस्या को लेकर अब प्रदेश के किसान भी जागरूक होने लगे हैं। इसके बाद किसान भी जागरूक हो रहे हैं। इसकी सबसे बड़ी मिसाल जिले के गांव जीदा में देखने को मिल रही है। यहां के एक किसान परिवार ने धान की सीधी बिजाई करने वाले किसानों की मदद के लिए सरकार की ही तर्ज पर प्रति एकड़ 1500 रुपये देने का एलान किया है।
बठिंडा के किसान परिवार ने भी धान की सीधी बिजाई करने वालों को अपनी तरफ से ₹1500 देने का ऐलान किया...
बहुत खुशी हुई कि हमारे किसान खेती और पानी बचाने की मुहिम को जन आंदोलन बनाने में बढ़-चढ़ कर योगदान दे रहे हैं...इसी तरह सब मिल कर कोशिश करेंगे तो यकीन मानो कामयाब भी जरूर होंगे pic.twitter.com/lkJybk6fp6— Bhagwant Mann (@BhagwantMann) May 20, 2022
गांव जीदा के नंबरदार भूपिंदर सिंह, रविंदर रवि हांगकांग, हरजिंदर सिंह व रुपिंदर बराड़ ने गांव में भूजल को बचाने के लिए धान की सीधी बिजाई करने वालों को पंजाब सरकार के बराबर मदद देने की घोषणा की है।
दो अन्य किसानों ने भी मदद को हाथ बढ़ाया
इस परिवार ने बाकायदा गुरुद्वारा साहिब से अनाउंसमेंट करवाई कि जो किसान धान की सीधी बिजाई करेंगे उन्हें सरकार की तरह वह अपनी जेब से 1500 रुपये प्रति एकड़ की दर से मदद देंगे। दो अन्य किसानों ने भी मदद को हाथ आगे बढ़ाया है। उन्होंने कहा कि उनकी जमीन को ठेके पर लेकर खेती करने वालों से वह 1500 रुपये प्रति एकड़ कम ठेका राशि लेंगे।