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बसपा नेता गढ़ी बोले- चरणजीत सिंह चन्नी को सीएम चेहरा घोषित न करना कांग्रेस का दलितों से धोखा

बसपा पंजाब अध्यक्ष जसवीर सिंह गढ़ी ने कहा कि मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी को मुख्यमंत्री पद का चेहरा न घोषित करके दलितों के साथ एक बड़ा धोखा है। उन्होंने कहा है कि इस फैसले के साथ कांग्रेस का दलित विरोधी चेहरा बेनकाब हो गया है।

By Pankaj DwivediEdited By: Published: Mon, 27 Dec 2021 04:13 PM (IST)Updated: Mon, 27 Dec 2021 04:13 PM (IST)
बसपा नेता गढ़ी बोले- चरणजीत सिंह चन्नी को सीएम चेहरा घोषित न करना कांग्रेस का दलितों से धोखा
बहुजन समाज पार्टी (बसपा) पंजाब के अध्यक्ष जसवीर सिंह गढ़ी। फाइल फोटो

जागरण संवाददाता, जालंधर। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) पंजाब के अध्यक्ष जसवीर सिंह गढ़ी ने कहा है कि पंजाब विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने मौजूदा मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी को मुख्यमंत्री पद का चेहरा न घोषित करके दलितों के साथ एक बड़ा धोखा है। उन्होंने कहा है कि इस फैसले के साथ कांग्रेस का दलित विरोधी चेहरा बेनकाब हो गया है। गढ़ी ने कहा कि कांग्रेस की पूर्व कैप्टन अमरिंदर सिंह की सरकार के साढ़े 4 वर्ष के कार्यकाल के विरुद्ध पंजाब के लोगों में रोष था। कांग्रेस की कैप्टन सरकार ने चुनाव से पहले जो वादे किए थे, उनमें से एक को भी पूरा नहीं किया।

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कांग्रेस पार्टी ने साढ़े 4 वर्ष के इस काले कलंक को मिटाने के लिए कैप्टन को कुर्सी से उतार कर चरणजीत सिंह चन्नी को 89 दिनों के छोटे कार्यकाल के लिए मुख्यमंत्री बनाया। कांग्रेस ने दलित चेहरे का कार्ड खेलकर दलितों को गुमराह करने की कोशिश की लेकिन अब कांग्रेस की चाल बेनकाब हो गई है। अगर कांग्रेस अपने आप को दलितों की हमदर्द पार्टी कहती है तो उसे अगले मुख्यमंत्री के लिए चरणजीत सिंह चन्नी का नाम घोषित करना चाहिए था।

कांग्रेस ने महाराष्ट्र में चली थी यही चाल

गढ़ी ने कहा कि महाराष्ट्र में भी कांग्रेस पार्टी ने इसी तरह चाल चली थी। वहां कांग्रेस ने चुनाव से पहले सुशील कुमार शिंदे को मुख्यमंत्री लगाया था, लेकिन चुनाव जीतने के बाद शिंदे को मुख्यमंत्री नहीं बनाया गया। विलासराव देशमुख को सीएम बनाकर शिंदे को बेइज्जत करके केंद्र में मंत्री बना दिया। इसी तरह से पंजाब में भी ऐसे हालात बने हैं कि मुख्यमंत्री चन्नी को भी चुनाव के बाद दरबदर कर दलित समाज का अपमान किया जाएगा।

उन्होंने आरोप लगाया कि नवजोत सिंह सिद्धू, सुखजिंदर सिंह रंधावा, सुनील जाखड़, प्रताप सिंह बाजवा जैसे कांग्रेस नेता मुख्यमंत्री बनने की लाइन में है। इसीलिए, कांग्रेस हाईकमान ने महाराष्ट्र फार्मूले के आधार पर बिना मुख्यमंत्री चेहरे के विधानसभा चुनाव लड़ने का फैसला किया है।

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