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कृषि अध्यादेशों पर पंजाब में किसानों में उबाल, कई जगह प्रदर्शन, सड़कों पर लगाया जाम

कृषि अध्यादेशों के खिलाफ किसानों में उबाल है। किसानों ने कई जगह सड़क मार्ग जाम किया। तरनतारन के हरिके में धरना रात को भी जारी रहा।

By Kamlesh BhattEdited By: Published: Tue, 15 Sep 2020 08:57 AM (IST)Updated: Tue, 15 Sep 2020 12:58 PM (IST)
कृषि अध्यादेशों पर पंजाब में किसानों में उबाल, कई जगह प्रदर्शन, सड़कों पर लगाया जाम
कृषि अध्यादेशों पर पंजाब में किसानों में उबाल, कई जगह प्रदर्शन, सड़कों पर लगाया जाम

जेएनएन, जालंधर। कृषि अध्यादेशों के खिलाफ पंजाबभर में किसानों में उबाल है। किसानों का प्रदर्शन मंगलवार को भी जारी रहा। किसानों ने विभिन्न स्थानों पर सड़कों पर जाम लगा दिया। इसके कारण कई जगह रूट को डायवर्ट करना पड़ा। किसानों का कहना है कि जब तक कृषि अध्यादेशों को वापस नहीं लिया जाता उनका प्रदर्शन जारी रहेगा। इससे पूर्व, किसानों ने सोमवार को भी प्रदर्शन किया था और मुख्य सड़कों पर जाम लगाया। तरनतारन में मजदूर संघर्ष कमेटी की ओर से राष्ट्रीय मार्ग पर कस्बा हरिके पत्तन में धरना देर रात भी जारी रहा।

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लुधियाना में विधायक गुरकीरत सिंह कोटली ने कहा कि केंद्र द्वारा सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह के इस अध्यादेश के समर्थन की बात करना बेनुुनियाद है। अकाली दल का किसान विरोधी चेहरा भी बेनकाब हो गया है। कांग्रेस किसानों के साथ खड़ी है। किसी भी हद तक जाकर किसानों के हक में और अध्यादेश के खिलाफ खड़े रहेंगे।

अमृतसर में प्रदर्शन करते किसान।

भाकियू प्रधान बलबीर सिंह राजेवाल ने कहा कि किसानी की बर्बादी की बुनियाद केंद्र सरकार ने खड़ी कर दी है। मोदी सरकार बात-बात पर झूठ बोलती है। किसान अध्यादेश रद होने तक विरोध करते रहेंगे। राजेवाल ने कहा कि मन की बात में किसानों को नमन करने की बात कहने वाले मोदी किसानी को ही खत्म करने जा रहे हैं।

माछीवाड़ा में किसानों ने आरपार की लड़ाई का आह्वान किया। किसानों के प्रचंड हुए इस आंदोलन में 11 किसान जत्थेबंदियों के अलावा मज़दूर और आढ़ती जत्थेबंदियों ने भी शामिल होते हुए राज्यभर में करीब 100 से भी अधिक स्थानों पर यातायात रोकते हुए रैलियां शुरू कर दी हैं। 

वहीं, किसानों के धरने के कारण कई जगह ट्रैफिक डायवर्ट करना पड़ा। अमृतसर के ब्यास व बरनाला में गत दिवस सबसे ज्यादा किसान जुटे। किसानों ने शिरोमणि अकाली दल से अपना स्टैंड स्पष्ट करने को कहा। बरनाला अनाज मंडी में भारतीय किसान यूनियन व 11 किसान संगठनों ने ललकार रैली की। इसमें बड़ी संख्या में किसान शामिल हुए। किसानों ने कहा कि सुखबीर बादल व बादल परिवार अगर अध्यादेशों का विरोध करते हैं तो खुलकर सामने आए और भाजपा के खिलाफ मोर्चा खड़ा करें।

अमृतसर-जालंधर हाईवे पर ब्यास पुल पर किसानों ने पक्का मोर्चा लगा लिया। अमृतसर पुलिस ने ट्रैफिक डायवर्ट किया। किसानों ने पुल पर टेंट लगाकर मैट बिछा लिए। किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने कहा कि सरकार या प्रशासन के किसी अधिकारी ने उनसे बातचीत नहीं की। वहीं, माझा क्षेत्र सैकड़ों किसानों ने अमृतसर के कंपनी बाग में रैली की।मोगा में जिला प्रबंधकीय कांप्लेक्स व दाना मंडी में किसान एकत्र हुए। फाजिल्का में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर का पुतला फूंका गया।

फतेहगढ़ साहिब में कांग्रेस विधायक व तीन राज्यों के कांग्रेस प्रभारी कुलजीत नागरा के नेतृत्व में किसानों ने प्रदर्शन किया। होशियारपुर में किसान मजदूर संघर्ष कमेटी पंजाब ने ब्यास दरिया पुल के पास टांडा श्री हरिगोबिंदपुर मार्ग पर धरना दिया। कपूरथला में भी अमृतसर-जालंधर मुख्य मार्ग पर ब्यास दरिया के पुल पर चक्का जाम किया। गुरदासपुर में किसान मजदूर संघर्ष कमेटी ने हरगोबिंदपुर-टांडा मार्ग पर जाम लगा दो घंटे धरना दिया। फिरोजपुर के मक्खू में किसान व महिलाओं ने बंगाली वाला पुल पर धरना दे चक्का जाम किया।


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