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रेगुलर किए जाने की मांग कर रहे पंजाब रोडवेज के कांट्रेक्ट वर्कर्स की हड़ताल गैरकानूनी घोषित, नौकरी जाने का खतरा

पंजाब रोडवेज कांट्रेक्ट वर्कर्स ने शुक्रवार को 2 घंटे के लिए बस स्टैंड बंद किया था। इसके बाद पंजाब रोडवेज प्रबंधन ने उन पर आपराधिक मामले दर्ज करवाए थए। अब मंगलवार से प्रस्तावित अनिश्चितकालीन हड़ताल को भी गैरकानूनी करार दे दिया है।

By Pankaj DwivediEdited By: Published: Sun, 05 Dec 2021 04:52 PM (IST)Updated: Sun, 05 Dec 2021 04:52 PM (IST)
रेगुलर किए जाने की मांग कर रहे पंजाब रोडवेज के कांट्रेक्ट वर्कर्स की हड़ताल गैरकानूनी घोषित, नौकरी जाने का खतरा
पंजाब रोडवेज कांट्रेक्ट वर्कर्स की मंगलवार को प्रस्तावित हड़ताल को गैरकानूनी करार दिया गया है। जागरण

मनुपाल शर्मा, जालंधर। पंजाब रोडवेज प्रबंधन ने शुक्रवार को बस स्टैंड बंद करने वाले कांट्रेक्ट मुलाजिमों पर आपराधिक मामले दर्ज करवाने के बाद अब उनकी आगामी मंगलवार की प्रस्तावित हड़ताल को भी गैरकानूनी करार दे दिया है। अब पंजाब रोडवेज प्रबंधन स्थायी नौकरी के लिए लगातार धरना-प्रदर्शन कर रहे कांट्रेक्ट मुलाजिमों के खिलाफ सख्ती करने के मूड में नजर आ रहा है। प्रबंधन के आदेश पर डिपो जनरल मैनेजर कांट्रेक्ट मुलाजिम उपलब्ध करवाने वाली निजी कंपनी को भी लिखित में चेता रहे हैं कि अगर मुलाजिमों ने हड़ताल की तो फिर एग्रीमेंट के मुताबिक उनकी नौकरी भी जा सकती है।

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पंजाब रोडवेज, पनबस पीआरटीसी कांट्रेक्ट वर्कर्स यूनियन पंजाब सरकार की तरफ से कांट्रेक्ट पर रखे मुलाजिमों को रेगुलर न करने के विरोध में है। इसी कारण कांट्रेक्ट मुलाजिमों ने शुक्रवार को पंजाब भर के बस स्टैंड 2 घंटे के लिए बंद रखे गए थे। इसके बाद पंजाब रोडवेज प्रबंधन ने हड़ताली मुलाजिमों के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज करवा दिए। यूनियन अब मंगलवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल की भी घोषणा कर चुकी है, लेकिन रोडवेज प्रबंधन है उसे भी गैरकानूनी करार दे दिया है।

नोटिस के बाद यूनियन नेताओं ने साधी चुप्पी

पंजाब रोडवेज जालंधर ने प्रबंधन के आदेश पर यूनियन सदस्यों को नोटिस थमा दिए हैं। इसके अलावा मुलाजिम उपलब्ध करवाने वाली निजी कंपनी को भी लिखित में मुलाजिमों को हड़ताल पर न जाने देने के संबंध में चेतावनी भी दी गई है। वहीं, दूसरी तरफ आपराधिक मामले दर्ज होने और मंगलवार की प्रस्तावित हड़ताल को गैरकानूनी करार दिए जाने के बाद यूनियन नेताओं की तरफ से चुप्पी साध ली गई है। यूनियन के राज्य स्तर के नेता फोन पर भी उपलब्ध नहीं हो पा रहे हैं। बता दें कि सितंबर में पंजाब रोडवेज, पीआरटीसी और पनबस के करीब 8 हजार कांट्रेक्ट वर्कर्स स्थायी नौकरी की मांग को लेकर हड़ताल पर चले गए थे। इस दौरान करीब एक सप्ताह तक विशेषकर लंबी दूरी की बसों का संचालन बुरी तरह प्रभावित रहा था। 


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