तुर्की से आए प्रोफेसर ओरहन ने कैनवास पर जीवंत की पंजाब की संस्कृति
सिंपोजियम में तुर्की देश से पहुंचे प्रो. ओरहन सिब्रेलोग्लू ने परफॉर्मिंग आर्ट को म्यूजिक की मस्ती के बीच डूब कर जिस अंदाज में जीवंत किया वह निस्संदेह अदभुत था।
जागरण संवाददाता, जालंधर। एपीजे कॉलेज में इंटरनेशनल आर्ट सिंपोजियम का शुभारंभ वीरवार को बड़े ही रोचक अंदाज में हुआ। संगीत के सुरों के बीच कलाकारों ने चित्रकारी कर माहौल जीवंत कर दिया।
सिंपोजियम में तुर्की देश से पहुंचे प्रो. ओरहन सिब्रेलोग्लू ने परफॉर्मिंग आर्ट को म्यूजिक की मस्ती के बीच डूब कर जिस अंदाज में जीवंत किया वह निस्संदेह अदभुत था। प्रो. ओरहन ने कहा कॉलेज कैंपस में पहुंचकर उन्होंने बच्चों के अंदर जो मस्ती भरा माहौल देखा, वह बेमिसाल था। उन्होंने उसके जीवन दर्शन को समझा और पंजाबी संगीत की मस्ती में डूब कर अपनी कल्पनाओं को कैनवास पर उतार दिया।
इस मौके पर मौजूद फाइन आर्ट डिपार्टमेंट एपीजी के पूर्व विभागाध्यक्ष प्रोफेसर वासुदेव ने बताया परफॉर्मिंग आर्ट्स का विजुअल आर्ट्स के साथ जो फ्यूजन प्रोफेसर ने यहां दिखाया है, वह एक अनूठा और नया प्रयोग है। चटक रंगों का प्रयोग कर उन्होंने इसमें पंजाबी सभ्यता और सभ्याचार को जिस अंदाज में समेटने की कोशिश की है वह पहली बार भारत आए किसी कलाकार के लिए निस्संदेह काबिल-ए-तारीफ है। फाइन आर्ट से संबंधित स्टूडेंट्स ने भी प्रोफेसर ओरहन की कला की तकनीक, उनकी मस्ती और कला में डूबने के अंदाज को खूब पसंद किया।