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ट्रैफिक पुलिस व आरटीए की धक्केशाही ने कबाड़ किए 35 हजार ट्रक

ऑल पंजाब ट्रक ऑपरेटर यूनियन ने कहा है कि ट्रैफिक पुलिस व आरटीए की धक्केशाही के चलते पंजाब में 35 हजार ट्रक कबाड़ हो चुके हैं। आठ हजार परिवार बेरोजगार हो गए हैं।

By Edited By: Published: Wed, 26 Dec 2018 10:05 PM (IST)Updated: Thu, 27 Dec 2018 03:02 AM (IST)
ट्रैफिक पुलिस व आरटीए की धक्केशाही ने कबाड़ किए 35 हजार ट्रक
ट्रैफिक पुलिस व आरटीए की धक्केशाही ने कबाड़ किए 35 हजार ट्रक

जागरण संवाददाता, जालंधर : ऑल पंजाब ट्रक ऑपरेटर यूनियन के प्रदेश प्रधान हैप्पी संधू ने कहा कि ट्रैफिक पुलिस व आरटीए की धक्केशाही के चलते पंजाब में 35 हजार ट्रक कबाड़ और आठ हजार के करीब परिवार बेरोजगार हो गए हैं।

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बुधवार को प्रेसवार्ता में उन्होंने कहा कि डीटीओ की तर्ज पर ही आरटीए विभाग मनमर्जी करते हुए भ्रष्टाचार को अंजाम दे रहा है। अगर विभाग के नादरशाही फरमान इसी तरह बरकरार रहे तो राज्य में कई अन्य आपरेटर भी बेरोजगार हो जाएंगे। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार द्वारा अनाज की ढुलाई के दाम बढ़ाने की बजाय कम कर दिए गए हैं। डीजल के दामों से लेकर टैक्स वसूली में इजाफा किया गया है। उसके चलते ट्रक ट्रांसपोर्ट का कारोबार करना घाटे वाला सौदा बन चुका है। उन्होंने कहा कि सरकारी भाड़े के बेसिक रेट से मात्र 120 रुपये का इजाफा किया गया है, जबकि खर्चों के हिसाब से यह इजाफा 180 रुपये होना चाहिए।

ट्रकों की ओवरलोडिंग को लेकर उन्होंने कहा कि वर्ष 2006 में सुप्रीम कोर्ट के आदेशों के बावजूद यह दौर जारी है। इसके लिए सरकार को नीति निर्धारित करके यूपी व बिहार की तर्ज पर इसे रोकना चाहिए। उन्होंने कहा कि टोल प्लाजा पर ओवरलोडिंग ट्रकों से दोगुणा वसूली तो की जा रही है, लेकिन इसे रोकने को लेकर कोई योजना नहीं है। यहीं कारण है कि प्रतिस्पर्धा में ओवरलोडिंग करने वाले ट्रक ऑपरेटर नियमों के मुताबिक काम करने वालों को चुनौती दे रहे है। उन्होंने कहा कि ट्रैक्टर-ट्रालियों का धड़ल्ले के साथ कॉमर्शियल इस्तेमाल किया जा रहा है। अगर उनकी मांगे जल्द न मानी गई तो यूनियन के सदस्य बैठक करके संघर्ष की रणनीति तय करने को विवश होंगे।

इस मौके पर उनके साथ रामपाल सिंह बैनीपाल, चेयरमैन रविदंर सिंह धालीवाल, कैशियर जसविंदर सिंह, रविंदर सिंह, बाबू सिंह, बलबीर सिंह बिट्टू, सुखचैन सिंह, जसपाल सिंह, अमरजीत सिंह रईया, गुरप्रीत सिंह, सेवा सिंह निझर, वीर सिंह, जसवीर सिंह उप्पल व बहादुर सिंह आदि मौजूद थे।

यह हैं मांगे

  • सरकारी भाड़े का बेसिक प्रतिशत बढ़ाया जाए
  • आरटीए की धक्केशाही बंद की जाए
  • ट्रैक्टर-ट्रालियों का कमर्शियल इस्तेमाल बंद हो
  • ओवरलोडिंग रोकी जाए
  • टोल प्लाजा पर दोगुणी वसूली रोक, कार्रवाई का प्रावधान हो।

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