प्रताप बाग मर्डर: जग्गी नान वाले की हत्या के आरोपित रिंकू का रिमांड खत्म, पुलिस आज करेगी अदालत में पेश
जग्गी नान वाले की हत्या के आरोप में गिरफ्तार हुए भल्ला साइकिल के मालिक रिंकू भल्ला का पुलिस रिमांड आज खत्म हो गया। बाद दोपहर पुलिस उसे अदालत में पेश करेगी। रिंकू के पिता मनोहर की तलाश में रविवार को भी पुलिस ने कई जगह पर छापेमारी की थी।
जालंधर, जेएनएन। प्रताप बाग के पास मामूली विवाद के बाद जग्गी नान वाले की हत्या के आरोप में गिरफ्तार हुए भल्ला साइकिल के मालिक रिंकू भल्ला का पुलिस रिमांड आज खत्म हो गया। बाद दोपहर पुलिस उसे अदालत में पेश करेगी। थाना तीन के प्रभारी मुकेश कुमार ने बताया कि रिंकू के पिता मनोहर की तलाश में रविवार को भी पुलिस ने कई जगह पर छापेमारी की थी। रिमांड पर लिए गए रिंकू से उसके रिश्तेदारों के कई पते ठिकाने लिए और वहां पर भी पुलिस ने दबिश दी थी लेकिन मनोहर हर बार पुलिस को चकमा दे कर फरार हो रहा है।
उन्होंने बताया कि रिंकू कह रहा है कि उसे नहीं मालूम मनोहर कहां चला गया है लेकिन पुलिस को लगता है कि उसे जानकारी है कि वो कहां पर छिपा है। ऐसे में अदालत में पेश कर उसका रिमांड बढ़ाने का प्रयास किया जाएगा। उन्होंने बताया कि यह भी सामने आया है कि हत्या करने के बाद दोनों पिता-पुत्र पहले अपने घर गए थे फिर उसके बाद अलग अलग कहीं चले गए थे। ऐसे में रिंकू को काफी जानकारी है लेकिन वो पुलिस का सहयोग नहीं कर रहा है। थाना प्रभारी ने बताया कि रिंकू का रिमांड बढ़ा कर पूछताछ की जाएगी। जल्द ही मनोहर को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
बीते दिन प्रताप बाग बिजली घर के सामने नान की दुकान चलाने वाले 60 वर्षीय जोगिंदर के सिर पर रॉड मारकर उसके पड़ोसी बाप बेटे ने हत्या कर दी थी। पुलिस को दी शिकायत में मृतक जोगिंदर के बेटे हरजोत ने बताया कि वो रस्ता मोहल्ला में रहते हैं। कई सालों से प्रताप बाग के पास नान की दुकान चलाते हैं। उनके साथी भल्ला साइकिल नाम की दुकान है, जिसे मोता सिंह नगर निवासी मनोहर और का बेटा रमन चलाते हैं। उक्त बाप बेटा उसके पिता के साथ सामान रखने को लेकर अक्सर विवाद करते हैं। वीरवार को उस के पिता ने सारा सामान घर से तैयार किया और दुकान पर काम शुरू कर दिया।
दुकान पर बाहर सामान रखा हुआ था। उनकी अपनी दुकान है जबकि भल्ला साइकिल वाला किराए पर दुकान चलाता है। उन्होंने बताया कि जब उसके पिता ने अपनी दीवार के ऊपर रखा था तो पड़ोसी मनोहर और रमन आए और अपना सामान रखने की कोशिश में उन्होंने उनकी दुकान का सामान फेंक दिया। उनके पिता ने विरोध किया तो मनोहर और रमन ने गालियां निकालनी शुरू कर दी। इसी बीच मनोहर और रमन ने उनके तंदूर से ही लकड़ी निकाल ली और वहां पर पड़ी एक रॉड उठा कर उसके पिता के सिर पर वार कर दिया। आसपास के लोगों ने उसको फोन किया। लोग उनके पिता को तुरंत अस्पताल ले गए थे, जहां पर डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।