रेलवे स्टेशन पर पावर सप्लाई ठप, अनाउंसमेंट सिस्टम, एटीवीएम, कोच डिसप्ले बोर्ड रहे बंद
सिटी रेलवे स्टेशन पर बुधवार को डेढ़ घंटा पावर सप्लाई ठप रहने से एटीवीएम मशीनें कोच डिसप्ले ट्रेन डिसप्ले बोर्ड बंद हो गए।
जासं, जालंधर : सिटी रेलवे स्टेशन पर बुधवार को डेढ़ घंटा पावर सप्लाई ठप रहने से एटीवीएम मशीनें, कोच डिसप्ले, ट्रेन डिसप्ले बोर्ड बंद हो गए। इसके चलते यात्रियों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ा। सुबह 11.38 बजे पावर सप्लाई अचानक ठप हो गई। कोई बैकअप प्लान नहीं होने के कारण अनाउंसमेंट सिस्टम भी ठप हो गया। यात्रियों को यह भी नहीं पता चल पा रहा था कि कौन से ट्रेन आ रही है और किस प्लेटफार्म पर। पूछताछ केंद्रों के आगे भी जमावड़ा लगा रहा।
ऑटोमैटिक टिकट वेंडिग मशीन (एटीवीएम) यात्रियों की सुविधा के लिए लगाई गई है, ताकि वे काउंटर पर लगने के बजाए खुद ही कार्ड बनवाकर टिकट ले सकें। ये मशीनें भी बंद थीं तो काउंटरों के आगे लाइन गेट तक पहुंच चुकी थी। ऐसे में कई यात्री तो बिना टिकट ही ट्रेन में सवार हुए, क्योंकि यात्री लाइन में तो लगे, पर जैसे ही उन्हें प्लेटफार्म पर ट्रेन दिखी तो वे वैसे ही भाग कर ट्रेन मे सवार हो गए।
इस दौरान पूरे स्टेशन पर केवल स्टेशन सुपरिटेंडेंट आरके बहल के कमरे में लाइट थी। बाकी सभी अंधेरे में या फिर दरवाजे खोल कर काम करते हुए दिखे। फिर चाहे डिप्टी एसएस, सीएमआई हो या फिर सीआइट सचिन रत्ती और उनकी टीम। वेटिग हाल में भी अंधेरा पसरा होने की वजह से उनके भी दरवाजे खुले रखे हुए थे।
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कार्ड बनाने का खास फायदा नहीं हो रहा
सेंट्रल टाउन निवासी संजय ने बताया कि उन्होंने काम के सिलसिले में रोजाना ट्रेन में सफर करना होता है। ऐसे में काउंटरों की भीड़ भी बेहद होती थी। एटीवीएम से खुद टिकट लेने के लिए 400 रुपये देकर कार्ड बनवा लिया था। इसमें 360 रुपये बैलेंस मिल गया था। मगर पावर सप्लाई बंद होने की वजह से परेशानी हुई। सप्ताह में दो-तीन दिन तो ऐसे आ ही जाते है, जब भी पावर सप्लाई बंद होने से मशीनें बंद हो जाती है। फिर कार्ड बनाने का हमें फायदा ही क्या हुआ। लुधियाना जाना बेहद जरूरी है शहीद एक्सप्रेस का समय हो चुका है। टिकट लाइन में खड़ा रहा तो ट्रेन छूट जाएगी। इस वजह से अब बिना टिकट ही सफर कर रहा हूं। जहां टीटी आया, उसी से टिकट बनवाऊंगा।