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डंप और कूड़ा उठाने की फीस पर सियासत, एक-दूसरे पर आरोप लगाने में उलझे नेता Jalandhar News

मॉडल टाउन में श्मशानघाट के बाहर लगने वाले डंप को लेकर कांग्रेस भाजपा और अकाली नेताओं में आरोप-प्रत्यारोप का दौर तेज हो गया है।

By Edited By: Published: Sat, 24 Aug 2019 02:21 AM (IST)Updated: Sat, 24 Aug 2019 10:03 AM (IST)
डंप और कूड़ा उठाने की फीस पर सियासत, एक-दूसरे पर आरोप लगाने में उलझे नेता Jalandhar News
डंप और कूड़ा उठाने की फीस पर सियासत, एक-दूसरे पर आरोप लगाने में उलझे नेता Jalandhar News

जालंधर, जेएनएन। नगर निगम की कारगुजारी को लेकर शहर में राजनीति तेज हो गई है। डंप के विरोध के कूड़ा उठाने के लिए तय की गई फीस और मॉडल टाउन में श्मशानघाट के बाहर लगने वाले डंप को लेकर कांग्रेस, भाजपा और अकाली नेताओं में आरोप-प्रत्यारोप का दौर तेज हो गया है। इस लड़ाई में एक दिन पहले पूर्व मंत्री मनोरंजन कालिया कूदे थे, तो अब विधायक बेरी ने इसका जवाब दिया है।

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बेरी ने कूड़ा फीस लागू करने के लिए मनोरंजन कालिया को जिम्मेवार बताया है। वहीं कूड़े के डंप को लेकर विधायक परगट सिंह के धरने पर अकाली नेता इकबाल सिंह ढींढसा ने कहा है कि शहर में कूड़े के हालात के लिए परगट सिंह ही सबसे बड़े जिम्मेवार हैं, जिन्होंने राजनीतिक हितों के लिए जमशेर में वेस्ट टू एनर्जी प्लांट नहीं लगने दिया था।

निगम को लूट कर अरबपति हुए भाजपा नेता : बेरी

विधायक राजिंदर बेरी ने कहा कि पूर्व मंत्री मनोरंजन कालिया का नगर निगम को आर्थिक तौर पर कंगाल बताना उनकी हताशा की निशानी है। पिछले 20 साल में15 साल अकाली-भाजपा का राज रहा। पिछले 10 साल में अकाली-भाजपा ने नगर निगम को आर्थिक रूप से बदहाल कर दिया है कि इसे ठीक करने में समय लग रहा है। अकाली-भाजपा राज के समय नगर निगम को लूट कर खा गए। इन नेताओं ने भोपाल, मुंबई, दिल्ली और विदेशों में काली कमाई से होटल बनाएं हैं। कूड़ा उठाने पर फीस लगाने पर नगर निगम को मानसिक दिवालिया बताने के आरोप पर विधायक राजिंदर बेरी ने कहा कि ऐसे बयान देने वाले पूर्व मंत्री मनोरंजन कालिया ने ही मंत्री रहते साल 2009 और 2011 में इस फीस को मंजूर करके लागू करवाया था। कांग्रेस सरकार ने तो सिर्फ इसकी लिस्ट सार्वजनिक की है।

बेरी हवाबाजी करने की बजाय नाम लेकर आरोप लगाएं : कालिया

पूर्व मंत्री मनोरंजन कालिया ने कहा है कि विधायक राजिंदर बेरी हवा में आरोप लगाने की बजाए नाम लेकर आरोप लगाए कि किन नेताओं ने निगम को लूटा है। इल्जाम तथ्यों से दूर हैं तो बेरी मानहानि का केस भुगतने के लिए भी तैयार रहे। उन्होंने कहा कि अकाली-भाजपा सरकार के समय में 2000 करोड़ से ज्यादा विकास कार्य करवाए गए। कांग्रेस सकरार के आते ही नगर निगम के कर्मचारियों को वेतन देना भी मुश्किल हो गया है। विकास कार्याें के लिए फंड जुटाना भी मुश्किल हो रहा है। सड़कों में गड्ढे के कारण ही एक मासूम बच्ची की जान गई।  

परगट सिंह के कारण है शहर में कूड़े की प्रॉब्लम : ढींडसा

अकाली नेता इकबाल सिंह ढींडसा ने आरोप लगाया है कि शहर में कूड़े की जो समस्या के लिए सिर्फ विधायक परगट सिंह ही जिम्मेवार हैं। परगट सिंह जिंदल कंपनी को जमशेर में प्लांट लगाने से न रोकते तो आज शहर में कूड़े की समस्या न होती। अकाली नेता ने कहा कि विधायक परगट सिंह जहां भी होते हैं, वह अपनी गलतियां दूसरों पर थोपते हैं। अकाली दल में थे तो तब मेयर सुनील ज्योति पर आरोप लगाते थे, अब ऐसे ही आराेप मेयर जगदीश राजा पर लगा रहे हैं। मॉडल टाउन श्मशान घाट के बाहर डंप का विरोध भी इसीलिए कर रहे हैं। क्योंकि वह खुद पर आंच नहीं आने देना चाहते। कांग्रेस सकरार आए ढाई साल हो गए हैं और उनके करीबी मित्र नवजोत सिंह सिद्धू ढाई साल तक लोकल बॉडी मंत्री रहे, लेकिन परगट सिंह कूड़े के प्लांट लगाने के लिए एक जगह भी तय नहीं कर पाए। मेयर राजा को हटाने की उनकी मांग भी बेतुकी है। उन्होंने कहा कि धरने में अकाली दल स्त्री विंग की प्रधान एवं पूर्व पार्षद पर¨मदर कौर पन्नू के शामिल होने पर इकबाल सिंह ढींढसा ने कहा कि पन्नु निजी रिश्तों के कारण धरने में शामिल हुईं हैं। पन्नू जब वह अकाली दल की टिकट पर पार्षद थी तो उन्होंने यह मुद्दा क्यों नहीं उठाया।

विदेशों में कामयाब अंडरग्राउंड डंप नगर निगम ने जालंधर में फेल किए : पूर्व मेयर

सुनील ज्योति ने आरोप लगाया है कि जो अंडर ग्राउंड डंप विदेशों में कामयाब हैं। वहीं डंप जालंधर नगर निगम ने फेल कर दिए। उनके मेयर रहते बिना मशीनरी के भी यह डंप बेहद तरीके से मैनेज हो रहे थे, लेकिन कांग्रेस ने आते ही साजिश के तहत यह डंप फेल कर दिए। कांग्रेस अंडर ग्राउंड डंप का क्रेडिट भाजपा को नहीं देना चाहती, इसलिए इसे फेल कर रही है। हाल ही में कई देशों के दौरे से वापस लौटे पूर्व मेयर ने कहा कि सूझवान मेयर और कमिश्नर ने इस प्रोजेक्ट को यह कह कर रद्द कर दिया कि यह प्रोजेक्ट फेल हो चुका है। जबकि आज भी यूरोप के कई शहरों में यह प्रोजेक्ट कामयाबी से चल रहा है। ट्रायल के आधार पर केएमवी कॉलेज और टीवी सेंटर के सामने बनाए डंपों को बर्बाद कर रहे हैं। नगर निगम को करोड़ों रुपए की मशीनरी लेकर दी थी, लेकिन इनमें से कई वर्कशॉप में खराब खड़ी हैं। बायो मिथिलाइजेशन और बायो माइनिंग प्रोजेक्ट पर अब तक काम शुरू नहीं हुआ। इस सारे काम में मेयर जगदीश राजा ही रुकावट बने हुए हैं।


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