नशे के 45 बड़े सौदागरों को पकड़ने के आदेश, हर तस्कर के पीछे एक अफसर Jalandhar News
मुख्यमंत्री ने पहले डीजीपी व एडीजीपी स्तर के अफसरों से मीटिंग की। जिसके बाद डीजीपी दिनकर गुप्ता और एसटीएफ की एडीजीपी गुरप्रीत कौर दियो ने मुहिम ठंडी पड़ने पर नाराजगी जताई।
जालंधर, [मनीष शर्मा]। शहर में दम तोड़ रही मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह की डेपो मुहिम पर आखिरकार कमिश्नरेट पुलिस की नींद टूट गई। 'दैनिक जागरण' के डेपो मुहिम की सच्चाई उजागर करने के बाद मुख्यमंत्री ऑफिस ने इसका गंभीर नोटिस लिया। लोकसभा चुनाव के बाद से ही डेपो मुहिम ठप होने से नाराज मुख्यमंत्री ने पहले डीजीपी व एडीजीपी स्तर के अफसरों से मीटिंग की। जिसके बाद चंडीगढ़ में डीजीपी दिनकर गुप्ता और एसटीएफ की एडीजीपी गुरप्रीत कौर दियो ने मुहिम ठंडी पड़ने पर नाराजगी जताई। इसके बाद अब कमिश्नरेट पुलिस ने नशे के खिलाफ हल्ला बोल दिया है।
पहले पुलिस कमिश्नर गुरप्रीत भुल्लर ने सभी थानों के एसएचओ की क्लास ली और उन्हें डेपो मुहिम को जमीनी स्तर पर कामयाब करने की हिदायत दी। वहीं, रविवार कुल चिन्हित 140 में से 45 हार्ड कोर तस्करों को पकड़ने का फरमान जारी कर दिया। एक तस्कर को पकड़ने के लिए एक अफसर की ड्यूटी लगा दी गई है और किसी तरह की लापरवाही न हो, इसके लिए उनकी नशा तस्करों को पकड़ने में कामयाबी व नाकामयाबी को एसीआर में भी दर्ज करने का फैसला किया गया है। वहीं, डेपो मुहिम के नए सिरे से सेमिनार के लिए पुलिस कमिश्नर व डिप्टी कमिश्नर आज से खुद मैदान में उतर रहे हैं।
'एक अफसर-एक नशा तस्कर' मुहिम की शुरुआत
पुलिस कमिश्नर ने नशा तस्करों के खिलाफ 'एक अफसर-एक नशा तस्कर' मुहिम शुरू कर दी है। जिसमें 45 बड़े नशा तस्करों की पहचान की गई है और एसीपी से लेकर डीसीपी तक 29 गजटेड अफसरों समेत कुल 45 अफसरों को एक-एक तस्कर के पीछे लगाया गया है। पुलिस कमिश्नर गुरप्रीत भुल्लर ने कहा कि एक अफसर को एक तस्कर अलॉट किया गया है। अगर उन तस्करों पर कार्रवाई न हुई तो अफसरों की जवाबदेही तय होगी और उनकी प्रमोशन व इंन्क्रीमेंट वाली एसीआर में भी इसे दर्ज किया जाएगा। इसमें भगौड़े और पैरोल जंप कर भागे तस्कर भी शामिल हैं।
हकीकत : 50 फीसद तस्कर पहले ही हैं जेल में
जिन 45 तस्करों की लिस्ट बनाकर एक-एक अफसर को बांटा गया है, उनमें से 50 फीसद पहले ही जेल में हैं। हालांकि इस लिस्ट से जुड़े एक अधिकारी ने बताया कि सिर्फ तस्करों को गिरफ्तार ही नहीं करना है बल्कि उनकी गतिविधि की भी निगरानी करना है। वो जेल में है तो किस-किस से मिल रहा है? और अगर जमानत पर बाहर आ गया तो फिर आगे क्या कर रहा है?। यह सभी 45 तस्कर बड़े स्मगलर हैं, जिनके खिलाफ एक से ज्यादा तस्करी के केस दर्ज हैं या फिर उनसे नशे की बड़ी खेप पकड़ी गई है। उनके करीबियों पर भी अधिकारी नजर रखेगा।
डीसी-पुलिस कमिश्नर उतरेंगे फील्ड में
लंबे अरसे से ठंडी पड़ी डेपो मुहिम को फिर से जमीनी स्तर पर सक्रिय करने के लिए अभी तक एसएचओ पर निर्भर अफसर अब खुद फील्ड में उतरेंगे। सोमवार को जीटीबी नगर स्थित गुरुद्वारे में ड्रग एब्यूज प्रिवेंशन अफसर (डेपो) पर सेमिनार कराया जा रहा है। जिसमें डिप्टी कमिश्नर वरिंदर कुमार शर्मा और पुलिस कमिश्नर गुरप्रीत भुल्लर भी शामिल होंगे।
सब कुछ 26 जून तक या आगे भी
पुलिस महकमे के भीतर ज्यादातर अफसर यही कह रहे हैं कि 26 जून को अंतर्राष्ट्रीय नशा विरोधी दिवस है। हर शहर व जिले में इसे मनाया जाना है। उस दिन संभवत: मुख्यमंत्री भी किसी समारोह में शामिल होकर नशा विरोधी कारगुजारी का रिपोर्ट कार्ड देंगे। बड़ा सवाल यह है कि यह मुहिम सिर्फ 26 जून तक ही सीमित रहेगी, या फिर अफसर आगे भी इसी गंभीरता से चलाकर मुख्यमंत्री के पंजाब से नशा खत्म करने के वायदे को पूरा करने में योगदान देंगे?।
शहरी पुलिस ने दिया रिपोर्ट कार्ड
शहर में डेपो मुहिम के दम तोड़ने की सच्चाई उजागर होने के बाद रविवार को पुलिस कमिश्नर ने कार्रवाई का रिपोर्ट कार्ड भी जारी किया। जिसमें बताया गया कि पिछले छह महीने के दौरान नशा तस्करों के खिलाफ 102 केस दर्ज कर 135 को काबू किया गया। इनसे ढाई किलो हेरोइन, साढ़े सोलह किलो अफीम, 676 ग्राम नशीला पाउडर, 3.87 क्विंटल भुक्की, डेढ़ सौ ग्राम स्मैक, साढ़े आठ किलो गांजा, 145 ग्राम चरस व मेडिकल नशा बरामद किया जा चुका है।
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