Curfew के कारण घर में अकेले Cancer patient ने डाली खुदकुशी की पोस्ट, Facebook Group ने बचाया
शहर के एक अवसादग्रस्त शख्स ने नोटिस बोर्ड-जालंधर में पोस्ट डालकर अपनी व्यथा सुनाई थी। फेसबुक ग्रुप के प्रयास से घर तक पहुंची पुलिस मदद करने में जुट गई है।
जालंधर, जेएनएन। कर्फ्यू कई लोगों का मनोबल तोड़ने लगा है। विशेष तौर पर जो लोग घर पर अकेले और बीमार हैं। शहर में इसी तरह के एक मामले में कैंसर पेशंट ने मानसिक अवसाद में आधी रात को फेसबुक पर खुदकुशी करने की पोस्ट डाल दी। सतर्क फेसबुक ग्रुप नोटिस बोर्ड-जालंधर के प्रयास व पुलिस की मदद से उसे बचा लिया गया। करीब 70 हजार सदस्यों वाले इस ग्रुप के ज्यादातर सदस्य देर रात तक अवसादग्रस्त व्यक्ति को खुदकुशी करने से रोकने और मदद की जद्दोजहद में लगे रहे। हालांकि देर रात को पुलिस उसके घर पहुंच गई थी।
पोस्ट में ये लिखा- मेरी पत्नी की बीमारी से मौत हो गई। कर्फ्यू की वजह से बेटी गुरदासपुर में फंस गई है। वह किराए के मकान में रहते हैं और उनका कोलकाता में रहने वाला मकान मालिक किराया देने का कह रहा है। मेरे पास काम नहीं है और मैं कैंसर पेशेंट हूं। मेरे पास खुदकुशी के अलावा कोई रास्ता नहीं है।
यह पोस्ट आई तो नोटिस बोर्ड-जालंधर के एडमिन टीनू लूथरा ने इसे ग्रुप में अप्रूव करने से पहले स्क्रीनशॉट पुलिस को भेजी। उसमें दिया नंबर बंद था और घर का पता भी नहीं था तो पुलिस ने उसे अप्रूव करने को कहा। जिसके बाद ग्रुप के सदस्य उस व्यक्ति का पता ढूंढ़ने में लगे रहे। इसी दौरान उक्त व्यक्ति ने पोस्ट डिलीट कर दी। एडमिन टीनू लूथरा ने कहा कि पहले तो हमें अनहोनी की आशंका हुई लेकिन तभी एक सदस्य ने उनका पता दिया। उन्होंने इसके स्क्रीनशॉट पुलिस कमिश्नर गुरप्रीत भुल्लर को भेजने के साथ एसीपी धर्मपाल से भी तालमेल बनाए रखा। रात करीब डेढ़ बजे पुलिस उसके घर पहुंची तो उक्त व्यक्ति सुरक्षित मिला।
बेटी के पास जाने के लिए कर्फ्यू पास दे रहेः पुलिस
एसीपी धर्मपाल ने कहा कि पुलिस वहां पहुंची तो उसने बताया कि वह डिप्रेशन में था। इसी कारण उसने पोस्ट डाल जी थी, बाद में होश में आया तो पोस्ट डिलीट कर दी। रामा मंडी निवासी उस व्यक्ति को पुलिस ने समझाया और कहा कि उसे कर्फ्यू पास दे रहे हैं ताकि वो अपनी बेटी के पास गुरदासपुर जा सके। नोटिस बोर्ड जालंधर के एडमिन टीनू लूथरा ने सभी ग्रुप सदस्यों व पुलिस का आधी रात तक सूचना पर काम करने के लिए धन्यवाद किया। उन्होंने कहा कि ग्रुप इसी मकसद से बनाया गया था कि एक इंसान जरूरत के वक्त दूसरे के काम आए और इस मामले में सभी सदस्यों ने इसे सच साबित किया।