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पुलिस कर्मियों की लापरवाही से फरार हुआ था अमन Jalandhar News

37 दिन तक पुलिस के पहरे में निजी अस्पताल में भर्ती अमन के फरार होने में वहां तैनात पुलिस मुलाजिमों की लापरवाही मुख्य कारण रही है। यह जांच रिपोर्ट में लिखा गया है।

By Edited By: Published: Mon, 23 Dec 2019 09:37 PM (IST)Updated: Tue, 24 Dec 2019 10:34 AM (IST)
पुलिस कर्मियों की लापरवाही से फरार हुआ था अमन Jalandhar News
पुलिस कर्मियों की लापरवाही से फरार हुआ था अमन Jalandhar News

जालंधर, जेएनएन। हत्या के प्रयास में नामजद आरोपित अमन के पुलिस कस्टडी के बावजूद अस्पताल से फरार होने के मामले में वहां तैनात पुलिस कर्मियों की लापरवाही सामने आई है। पुलिस ने दोनों पुलिस मुलाजिमों के खिलाफ पहले ही विभागीय कार्रवाई कर दी है और अब जांच रिपोर्ट आने के बाद आधिकारिक कार्रवाई की जाएगी। उधर, अमन की गिरफ्तारी के लिए एसीपी धर्मपाल की निगरानी में बनीं तीन टीमों ने जालंधर, डेरा बाबा नानक और अमृतसर में कई जगह पर दबिश दी लेकिन अमन हाथ नहीं लगा।

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एसीपी धर्मपाल ने बताया कि उन्होंने जांच रिपोर्ट डीसीपी को भेज दी है, अगली कार्रवाई वही करेंगे। इधर, डीसीपी गुरमीत सिंह ने बताया कि व्यस्तता के कारण देर शाम आई रिपोर्ट वह देख नहीं पाए। मंगलवार को रिपोर्ट देखने के बाद उचित कार्रवाई की जाएगी।

यह है मामलाः मोता सिंह नगर में जुआ खेलने के दौरान हुए खूनी विवाद के बाद हत्या के प्रयास में नामजद हुआ अमन 37 दिन तक सत्यम अस्पताल में इलाज करवाने के बाद शुक्रवार रात साढ़े आठ बजे अस्पताल से दीवार फांदकर फरार हो गया था।

अमन के रिश्तेदारों और दोस्तों पर भी पुलिस की नजर

अमन की तलाश में जुटी पुलिस ने उसके रिश्तेदारों और दोस्तों पर भी पूरी नजर रखी हुई है। पुलिस ने अमन के कुछ नजदीकी रिश्तेदारों और जानने वालों को हिदायत भी दी है कि यदि उसका कोई फोन आता है या कोई सूचना मिलती है तो तुरंत पुलिस को सूचित करें। यदि बाद में पता चला कि उसे भागने या छुपाने में कोई और शामिल है तो उसके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।

सीएम से की जांच करवाने की मांग

एसोसिएशन ऑफ लॉयर्ज फॉर सोशल जस्टिस ने अमन के मामले की जांच करने और उसके फरार होने के मामले में दोषी पाए जाने वालों के खिलाफ मामला दर्ज करने की मांग की है। उन्होंने इस मामले की शिकायत मुख्यमंत्री के साथ डीजीपी को भी दी है। एसोसिएशन के एडवोकेट हरमिंदर सिंह संधू ने शिकायत में कहा कि 37 दिन तक पुलिस उसके ठीक होने का इंतजार करती रही लेकिन वह पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया। उन्होंने कहा कि मेडिकल रिपोर्ट में उसे स्वस्थ नहीं बताया गया था तो वह भाग कैसे गया। इस मौके पर उनके साथ एडवोकेट ओम गंगोत्रा और वंदना भी मौजूद थे।


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