फायर अफसर से बोले थाना प्रभारी, मेरे इलाके च मैनूं दस्से बिना किद्दां अग्ग बुझाण आ गए
शुक्रवार रात लेदर कांप्लेक्स स्थित एक फैक्ट्री में लगी भीषण आग लग गई थी। आग बुझाने में दमकल विभाग की दस गाड़ियां लगी और दो से तीन घंटे में आग बुझाई जा सकी। इस भीषण आग के बारे में थाना बस्ती बावा खेल के प्रभारी को पता नहीं चला।
जालंधर, जेएनएन। अपनी गलती होने पर दूसरे पर खीझ निकालना कोई थाना बस्ती बावा खेल के प्रभारी गगनदीप सिंह सेखों से सीखे। शुक्रवार रात लेदर कांप्लेक्स स्थित एक फैक्ट्री में लगी भीषण आग लग गई थी। आग बुझाने में दमकल विभाग की दस गाड़ियां लगी और दो से तीन घंटे में आग बुझाई जा सकी। इस भीषण आग के बारे में थाना बस्ती बावा खेल के प्रभारी को पता नहीं चल पाया तो उन्होंने शनिवार सुबह इसका पूरा गुस्सा फायर अफसर राजिंदर सहोता पर निकाल दिया।
थाना प्रभारी ने फोन कर उनको कहा ' तुसीं मेरे इलाके च मैनूं दस्से बिना अग्ग बुझाण किवें आ गए, जे कुझ हो जांदा ता कौन जिम्मेवार सी'। इस पर फायर अफसर सहोता ने कहा कि यह तो उनका काम है और जहां पर आग लगेगी तो वह वहां पर पहुंचेंगे। इस पर थाना प्रभारी सेखों ने उनको थाने में आकर बयान दर्ज करवाने के लिए कहा और साथ ही कहा कि सूचना देने वाले के बारे में भी जानकारी दें। इस पर फायर अफसर सहोता ने साफ मना कर दिया।
फायर अफसर ने बताया कि थाना प्रभारी ने उनको जो बयान दर्ज करने के लिए बुलाया है, वो पहले कभी किसी पुलिस कर्मी ने नहीं करवाए। उन्होंने बताया कि थाना प्रभारी उनको कह रहे हैं कि बिना बताए क्यों आए? यदि वो आग लगने के बाद इन बातों में लग जाएंगे तो अपना काम कैसे करेंगे। उन्होंने बताया कि वह इस संबंध में पुलिस कमिश्नर को लिखित में शिकायत देंगे।
कामर्शियल बिजली के कनेक्शन बंद थे, नहीं पता कैसे लगी आग
लियो वेट ब्लू लेदर फैक्ट्री में आग कैसे लगी, दूसरे दिन भी पता नहीं चल पाया। फायर अफसर राजिंदर सहोता ने बताया कि जांच में पता चला कि लेदर फैक्ट्री का कामर्शियल बिजली कनेक्शन बंद था, लेकिन दूसरी बिजली चल रही थी। फैक्ट्री के अंदर अग्निशमन यंत्र भी थे, जिनका इस्तेमाल किया गया था। ऐसे में अब आग लगने के कारणों की जांच होगी।