गोल्ड किट्टी घोटालाः आरोपित रणजीत बोला- गगन हर काम में था बराबर पार्टनर
पीपीआर मॉल में चलने वाली ओएलएस विज प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के गोल्ड किट्टी घपले का खुलासा तब हुआ जब हरियाणा से पहुंचे कुछ लोगों ने यहां आकर हंगामा किया।
जालंधर, जेएनएन। 25 करोड़ रुपये के गोल्ड किट्टी घोटाले में नामजद ओएलएस विज प्राइवेट लिमिटेड के मालिक रणजीत सिंह ने पुलिस रिमांड में कहा कि वह और गगन हर काम में बराबर के पार्टनर थे। उसने कहा कि उन्होंने किसी के साथ ठगी नहीं की बल्कि व्यापार किया था। लोगों का पैसा पूरा वापस किया लेकिन कुछ लोगों के साथ लेन देन बाकी था और उन्होंने झूठे आरोप लगा दिए। हालांकि स्वतंत्रता दिवस होने व एसीपी हरिंदर सिंह के क्वारंटाइन होने के कारण पुलिस की जांच आगे ज्यादा नहीं बढ़ पाई लेकिन रिमांड के दौरान पुलिस ने रणजीत से उसकी प्रॉपर्टी का सारा ब्यौरा लिया।
थाना प्रभारी कमलजीत सिंह ने बताया कि सोमवार को रणजीत सिंह का रिमांड खत्म होगा जिसके बाद उसे दोबारा रिमांड पर लेने का प्रयास किया जाएगा ताकि जांच को आगे बढ़ाया जा सके। उन्होंने बताया कि गुरमिंदर, पुनीत, शीला, आदित्य, आशीष और नताशा की गिरफ्तारी के लिए अलग अलग जगह पर छापेमारी कर रही हैं और जल्द ही सभी को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
यह है मामला
बीते दिनो पीपीआर मॉल में चलने वाली ओएलएस विज प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के गोल्ड किट्टी के नाम पर करोड़ों के घपले का मामला तब उजागर हुआ जब हरियाणा से पहुंचे कुछ लोगों ने यहां दफ्तर में आकर हंगामा किया। तब यहां भी इस कंपनी की गोल्ड किट्टी में इन्वेस्ट करने वाले लोगों को ठगी का पता चला। जब उन्होंने कंपनी से पैसे मांगने शुरू किए तो उन्होंने अपने फोन बंद कर लिए और घर से भी गायब हो गए। फिर पुलिस ने इस मामले में कंपनी के मालिक रणजीत सिंह, गगनदीप सिंह गुरमिंदर सिंह के खिलाफ केस दर्ज किया। बाद में इनकी मेंबर शीला सिंह और उनकी कर्मचारी नताशा को भी नामजद कर लिया गया था।