DCP-MLA Conflict: जालंधर में डीसीपी डोगरा के समर्थन में उतरी पुलिस परिवार वेलफेयर एसोसिएशन, कमिश्नर को सौंपा मांगपत्र
DCP-MLA Conflict एसोसिएशन के सदस्यों ने पुलिस कमिश्नर गुरशरण सिंह संधू को मांगपत्र सौंपा और कहा कि डीसीपी डोगरा के साथ जो हुआ वह गलत था। कमिश्नर गुरशरण सिंह से पुलिस परिवार वेलफेयर एसोसिएशन रजिस्टर के सदस्य मिलने पहुंचे।
संवाद सहयोगी, जालंधर। जालंधर सेंट्रल हलके के विधायक रमन अरोड़ा और डीसीपी नरेश डोगरा विवाद में अब पुलिस परिवार वेलफेयर एसोसिएशन भी कूद गई है। दरअसल, एसोसिएशन के सदस्यों ने पुलिस कमिश्नर गुरशरण सिंह संधू को मांगपत्र सौंपा और कहा कि डीसीपी डोगरा के साथ जो हुआ वह गलत था। कमिश्नर गुरशरण सिंह से पुलिस परिवार वेलफेयर एसोसिएशन रजिस्टर के सदस्य मिलने पहुंचे।
जनता खुद को कैसे महसूस करेगी सुरक्षित
एसोसिएशन के प्रधान भूपेंद्र सिंह ने कहा कि विधायक रमन अरोड़ा की तरफ से डीसीपी नरेश डोगरा के साथ जो भी किया गया है, वह बहुत निंदनीय है। ऐसे तो कल को किसी भी विभाग में कोई भी अफसर या एसएचओ जाने से कतराएगा। उनका कहना था कि यदि पुलिस वाले ही सुरक्षित नहीं है तो जनता खुद को कैसे सुरक्षित महसूस करेगी।
ऐसे विधायकों पर लिया जाए सख्त एक्शन
उन्होंने कहा कि ऐसे शहर का माहौल खराब हो जाएगा। उनका कहना था कि मौजूदा सरकार को चाहिए कि ऐसे विधायकों पर सख्त एक्शन लिया जाए। विधायक और उनके साथियों की तरफ से एक उच्च अधिकारी के साथ मारपीट और बाद में उनका तबादला करवाना बहुत ही निंदनीय है।
मामले की हो निष्पक्ष जांच
उन्होंने पुलिस कमिश्नर से भी मांग की है कि इस मामले को लेकर एक एसआइटी गठित की जाए और इसकी निष्पक्ष जांच करवाई जाए। बता दें कि, डीसीपी नरेश डोगरा और विधायक रमन अरोड़ा विवाद में सरकार ने बड़ा कदम उठाया है। घटना को लेकर किरकिरी के बाद सरकार ने डीसीपी डोगरा का तबादला कर दिया है। इससे पहले पंजाब सरकार की घुड़की के बाद आखिर दोनों ने वीरवार देर शाम समझौता कर लिया।
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