बड़ी लापरवाहीः जिस मकसूदां थाने पर आतंकी हमला हुआ, उसी की पुलिस रात में नाकों से गायब
लगता है आतंकी हमले से देहात पुलिस ने कोई सबक नहीं सीखा है। रात में कई संवेदनशील नाकों से पुलिस कर्मी गायब मिले।
सुनील प्रभाकर, जालंधर। मकसूदां थाने में आतंकी हमले और शहर में दो आतंकी माडयूल धवस्त किए जाने के बाद भी जालंधर पुलिस नींद से नहीं जागी है। आतंकियों की ओर से अमृतसर के देहात इलाके को निशाना बनाए जाने के बाद उम्मीद की जा रही थी कि देहात में पुलिस सुरक्षा व्यवस्था को चाकचौबंद कर देगी पर सच्चाई हैरान कर देने वाली है। जिस मकसूदां थाने पर आतंकी ग्रेनेड से हमला कर चुके हैं, उसी की चौकियों की पुलिस नाकों से गायब मिली। लगता है आतंकी हमले से देहात पुलिस ने कोई सबक नहीं सीखा है, न ही उसे डीजीपी के आदेश की परवाह है।
जागरण पड़ताल में नाकों पर ड्यूटी निभाने वाले पुलिस कर्मी रात को गायब मिले। बिना पुलिस वालों के खाली नाके आतंकियों को खुली छूट देते नजर आए। हमारी टीम रात दो 2.25 मिनट पर थाना मकसूदां की जंडूसिंघा चौकी पर पहुंची। नाका सजा हुआ था, वाहनों व संदिग्धों को पुलिस जांच करने के लिए रोकने वाले पुलिस नाकों के बेरिकेड्स सड़क के बीच लगे हुए थे, लेकिन यहां एक भी पुलिस कर्मी तैनात नजर नहीं आया। कुछ देर रूके तो एक चौकीदार जरूर नाके पर हमारे पास पहुंचा और वहां खड़े होने का कारण पूछने लगा। चौकीदार ने कहा कि आज कल आतंकी हमले हो रहे हैं, बम फट रहे हैं। इसीलिए वह पूछने चला आया कि खाली पड़े पुलिस नाके पर आधी रात को खड़े होने वाले कौन हैं।
उसने कहा कि रात को गश्त करने वाले पुलिस वालों ने ख्याल रखने के लिए कहा है। सूरत-ए-हाल देख लग रहा था कि ड्यूटी निभाने के बजाए पुलिस वाले सो रहे हैं और जालंधर देहात पुलिस ने रात को नाके चौकीदारों के हवाले कर छोड़े हैं।
बता दें कि हिमाचल से होशियारपुर होते हुए जालंधर में एंट्री प्वांइट पर संदिग्धों व संदिग्ध वाहनों की चेकिंग के लिए पुलिस की ओर से यह नाका लगया गया है। रात दो 2.40 पर जम्मू-कश्मीर को पंजाब से जोडऩे वाले एक मात्र रास्ते पर देहात के किशनगढ़ स्थित नाके का भी यही हाल था। मौके पर कोई पुलिस मुलाजिम तैनात नहीं था। इस रास्ते से होकर कुख्यात कश्मीरी आतंकी सरगना जाकिर मूसा व पाकपरस्त आतंकी किसी भी समय हथियार लेकर जालंधर में दाखिल हो सकते हैं।
रात 3 बज कर 10 मिनट पर कपूरथला से जालंधर आने के लिए हाइवे की एंट्री प्वाइंट खोजेवाल के नजदीक नाके पर बेरिके़्स तो लगे थे लेकिन यहां कोई पुलिस कर्मी तैनात नजर नहीं आया। जागरण टीम रात 3.25 बजे लांबड़ा थाने से महज दस कदम दूर पुलिस नाके पर पहुंची। नाका खाली मिला। जब जागरण टीम ने तस्वीरें खींचनी शुरू की तो एक चौकीदार आया। उसने कहा कि पुलिस वाले नहीं तो क्या है वह तो रात को इलाके की सुरक्षा व्यवस्था के लिए तैनात है। चौकीदार के हाथ में सिर्फ एक लाठी नजर आई। चौकीदार ने कहा वो तो यह सोच कर हमारे पास चला आया कि खाली पड़े पुलिस नाके के बेरीकेड्स कहीं कोई नशेड़ी चुराने तो नहीं आ गए।
हाई अलर्ट के बाद सुरक्षा के लिहाज से देहात के कुछ सेंसटिव नाकों पर अन्य नाकों से पुलिस वालों को भेज दिया गया था। मैंने खुद सोमवार रात को चार बजे तक फिल्लौर और क्रेशिया समेत अन्य बड़े नाकों की चेकिंग की है। ऐसा नहीं हो सकता कि नाके पूरी तरह से खाली हों। कुछ नाकों के पुलिस कर्मियों को रात में नाके के साथ पड़ते इलाकों में गश्त करने के भी हुक्म दिए गए थे। हो सकता है कि पुलिस वाले गश्त करने के लिए आसपास ही हों और नजर न आए हों।
नवजोत सिंह माहल,एसएसपी देहात।