अवैध हथियारों का व्यापार करने वाले सूरज व अभिनव देसी कट्टा नहीं बेच रहे थे महंगी पिस्तौल
एक पिस्तौल की कीमत पचास हजार रुपये से शुरू होती थी। ग्राहक से पहले ही सौदा करके आधे पैसे एडवांस ले लिए जाते थे और बाकी पैसे हथियार मिलने के बाद लिए जाते थे। रज के संपर्क वहां के बड़े बड़े हथियार तस्करों के साथ होने लगे थे।
जालंधर, जेएनएन। अवैध हथियारों का व्यापार करने वाले सूरज और अभिनव देसी कट्टा नहीं बल्कि महंगे और शानदार पिस्तौल मध्यप्रदेश से लाकर पंजाब, हरियाणा सहित अन्य राज्यों में सप्लाई करते थे। सूरज को रिमांड पर लेकर पुलिस ने पूछताछ की तो कई अहम खुलासे हुए हैं।
सूरज पहले देसी कट्टा लाकर सप्लाई करता था। लेकिन ग्राहक अच्छे हथियार चाहते थे। ऐसे में सूरज और अभिनव ने महंगे पिस्तौल खरीदने शुरू कर दिए। एक पिस्तौल की कीमत पचास हजार रुपये से शुरू होती थी। ग्राहक से पहले ही सौदा करके आधे पैसे एडवांस ले लिए जाते थे और बाकी पैसे हथियार मिलने के बाद लिए जाते थे। महंगे हथियार खरीदने के बाद सूरज के संपर्क वहां के बड़े बड़े हथियार तस्करों के साथ होने लगे थे।
हालांकि जांच में यह बात भी सामने आई है कि सूरज का अभी तक आतंकी या गैंगस्टर से संपर्क नहीं हुआ था। वहीं, उसकी फेसबुक ने भी कई राज खोल दिए हैं। पुलिस को फेसबुक से हथियार खरीदने वाले कई और लोगों के नाम मिले हैं। पुलिस ने सभी के नाम, पते और फोन नंबर नोट कर लिए हैं। उनकी तलाश में पुलिस टीमें भी रवाना कर दी गई हैं। जल्द ही पुलिस इस मामले में हथियारों के और खरीदारों को गिरफ्तार कर सकती है और हथियारों की बरामदगी भी दिखा सकती है।
पुलिस ने अवैध हथियारों की सप्लाई करने वाले एक अंतर्राज्यीय गैंग का पर्दाफाश करते हुए किंगपिन सहित सात सदस्यों को गिरफ्तार कर हथियार बरामद किए थे। ये सभी सदस्य पंजाब के विभिन्न शहरों से अवैध हथियारों की सप्लाई का कारोबार चला रहे थे।