भ्रूण फेंकने वाले सेहत विभाग व पुलिस की पहुंच से दूर
इस साल अब तक आधा दर्जन के करीब मामले सामने आए हैं लेकिन इन्हें फेंकने वाला एक भी सेहत विभाग व पुलिस प्रशासन की पकड़ में नहीं आया है।
जालंधर, जेएनएन। जन्म से पहले ही कोख में पल रहे भ्रूण को कूड़े में फेंकने वाले मामले तेजी से बढ़ते जा रहे हैं। इस साल अब तक आधा दर्जन के करीब मामले सामने आए हैं लेकिन इन्हें फेंकने वाला एक भी सेहत विभाग व पुलिस प्रशासन की पकड़ में नहीं आया है। सिविल अस्पताल के जच्चा बच्चा वार्ड में लेबर रूम से सटे शौचालय में भ्रूण मिलने के बाद सुरक्षा व्यवस्था पर सवालिया निशान लग चुका है। इससे पहले वार्ड से बच्चा चोरी होने के बाद भी अस्पताल नही चेता था। पुलिस प्रशासन ने मामले की जांच करने व ड्यूटी पर तैनात स्टाफ के बयान कलमबद्ध करने के लिए अस्पताल पहुंचने की जहमत तक नहीं उठाई है। वहीं, सिविल अस्पताल प्रशासन भी मामले को गंभीरता से नही ले रहा है।
अस्पताल प्रशासन ने वार्ड में न तो सुरक्षा बढ़ाई है और न ही कैमरे लगाने की कवायद शुरू हुई है। भ्रूण मिलने के पांच दिन बाद भी जांच पड़ताल पोस्टमार्टम के आगे बढ़ नही पाई है। यही नहीं, शहर में इससे पहले कूड़े के ढेर व नहर में मिले भ्रूण के अनसुलझे मामले फाइलों में दब कर रह गए है।
क्या कहना है अधिकारियों का
जच्चा-बच्चा वार्ड में चारों से तरफ से एंट्री है। सुरक्षा कर्मी केवल एक ही गेट पर ड्यूटी देते है। वार्ड में सुरक्षा के लिए सुरक्षा कर्मियों की सख्ती व सीसीटीवी कैमरे लगवाना जरूरी है। इस का प्रस्ताव मेडिकल सुपरिटेंडेंट को भेजा हुआ है।
-डॉ. कुलविंदर कौर, एसएमओ, सिविल अस्पताल
जैसे ही भ्रूण मिलने की सूचना मिलती है तभी संबंधित व इसके आसपास के इलाके में एएनएमए व आशा वर्कर से गर्भवती महिलाओं की रिपोर्ट मंगवा ली जाती है। अभी तक की जांच में संबंधित इलाकों की गर्भवती महिलाओं की रिपोर्ट सही पाई गई है।
- डॉ. गुरिंदर कौर चावला, सिविल सर्जन
समस्या काफी गंभीर है। वार्ड में गेट पास से एंट्री व सीसीटीवी कैमरे लगवाने की योजना पर काम किया जा रहा है। इस संबंध में सेहत विभाग के अधिकारियों को भी सूचित कर दिया है।
- डॉ. मनदीप कौर, मेडिकल सुपरिंटेंडेंट, सिविल अस्पताल
जांच चल रही है। पुलिस ने नर भ्रूण का पोस्टमार्टम करवाकर डीएनए के लिए सैंपल भेज दिए हैं। सिविल अस्पताल के स्टाफ के बयान लेने के लिए मेडिकल सुपरिंटेंडेंट से अनुमति के लिए प्रक्रिया शुरू कर दी है।
-कमलजीत सिंह, पुलिस थाना नंबर चार प्रभारी।