सैकड़ों करोड़ की ठगी: चार फर्जी ट्रैवल एजेंट गिरप्तार, 536 पासपोर्ट बरामद
पंजाब से विदेश भेजने के नाम पर लोगों से सैकड़ों करोड़ की ठगी करने वाले चार ट्रैवल एजेंटों को पुलिस ने बुधवार को गिरफ्तार किया। इनके पास से लोगों के 536 पासपोर्ट व 49 हजारकी नकदी भी बरामद की गई।
जागरण संवाददाता, जालंधर : पंजाब से विदेश भेजने के नाम पर लोगों से सैकड़ों करोड़ की ठगी करने वाले चार ट्रैवल एजेंटों को पुलिस ने बुधवार को गिरफ्तार किया। इनके पास से लोगों के 536 पासपोर्ट व 49 हजारकी नकदी भी बरामद की गई। किगपिन लुधिायाना निवासी नतिश उर्फ नितिन घई,अमित शर्मा, साहिल घई व तेजिदर सिंह के खिलाफ पंजाब के विभिन्न जिलों में विदेश भेजने के नाम पर ठगी करने व धोखाधड़ी के 120 मामले दर्ज हैं। इनके खिलाफ 2018 से ही शिकायतें आ रही थीं, लेकिन उस समय पुलिस के साथ सांठ-गांठ के चलते इलके खिलाफ पर्चा दर्ज करने से आगे कोई कार्रवाई नहीं की गई थी।
पुलिस कमिश्नर गुरशरण सिंह संधू ने बताया कि चारों एजेंटों के पास ट्रैवल एजेंसी की लाइसेंस नहीं था। यह रेकैट बनाकर कर लोगों को विदेश भेजने के नाम पर फंसाते थे और उनसे लाखों रुपये निकलवा लेते थे। डीसीपी जसकिरनजीत सिंह तेजा ने बताया कि चारों फर्जी एजेंटों ने रैकेट बनाया था। इनके पांच दफ्तरों से 536 पासपोर्ट, 49 हजार रुपये की नकदी, एक लैपटाप, तीन कंप्यूटर व अन्य दस्तावेज बरामद किए गए है। उन्होंने बताया कि एसओयू इंचार्ज इंस्पेक्टर इंद्रजीत सिंह की सूचना पर लुधियाना के बस्ती जोधेवाल की कर्मसार कालोनी निवासी अमित पुत्र प्रेम सागर, लुधियाना की ही महावीर जैन कालोनी निवासी नितिन उर्फ नतीश पुत्र पवन कुमार, लुधियाना के हैबोवाल निवासी साहिल पुत्र नरेश घई को अरोड़ा प्राइम टावर से गिरफ्तार किया गया। इन पर नई बारादरी थाने में मामला दर्ज करने के बाद तेजिदर सिंह को भी गिरफ्तार किया गया। नितिश पर पंजाब के अलग-अलग थानों में 105, अमित शर्मा पर चार, साहिल घई पर तीन, तेजिदर सिंह पर आठ मामले दर्ज हैं। यहां खोल रखे थे अवैध आफिस
आरोपितों ने अरोड़ा प्राइम टावर में वीवी ओवरसीज विजटर वीजा एंड टूर पैकेज, लैंडमेज ओवरसीज, जसवंत मोटर्स के पास पंजाब टू अबरोड कंसलटेंसी, ग्रैंड माल में वर्ल्ड वाइड ओवरसीज व बीएम टावर फुटबाल चौक पर वीजा सिटी कंसलटेंसी नामक दफ्तर खोल रखे थे। यहीं से ठगी का कारोबार चलाते थे। इन दफ्तरों को भी सील कर दिया गया है।
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ऐसे आया मामला पकड़ में
पुलिस कमिश्नर ने एजेंटों के खिलाफ दर्ज मामले की रिपोर्ट तैयार करवाई। देखा कि धोखाधड़ी की सबसे ज्यादा शिकायतें ट्रैवल एजेंटों के खिलाफ आ रही हैं तो सारे पुराने मामलों की फाइलें तलब की और पेंडिग मामलों की पड़ताल करवाई तो पता चला कि 2018 से इस रैकेट के सदस्यों के खिलाफ शिकायतें दर्ज करवाई गई थीं। पुलिस ने मामले तो दर्ज कर दिए थे, लेकिन आगे की कार्रवाई नहीं की थी। अकेले नितिश के खिलाफ ही जब 105 मामलों की जानकारी मिली तो पुलिस ने नितिश पर निगरानी करनी शुरू कर दी। उसका फोन भी ट्रैप किया गया तो सारा मामला सामने आ गया कि लुधियाना के चारों ठग जालंधर में ठगी दुकानें खोलकर लोगों के साथ धोखाधड़ी कर रहे हैं।
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विदेशी फंड को लेकर ईडी को सौंपा जाएगा मामला
सीपी ने कहा कि इनके पास से 536 पासपोर्ट मिले हैं। पहले इनकी वेरीफिकेशन करवाई जाएगी। जिन लोगों के पासपोर्ट हैं उन्हें भी बुलाकर पूछताछ की जाएगी कि उन्होंने कितनी धनराशि किन-किन देशों में जाने के लिए इन्हें दी थी। सारी जानकारी जुटाने के बाद मामला प्रर्वतन निदेशालय (ईडी) को विदेशी फंड के मामले की पड़ताल के लिए सौंपा जाएगा।
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लोग इन बातों का रखें ध्यान
-विदेश जाने से पहले ट्रैवल एजेंट के लाइसेंस के बारे में जानकारी हासिल कर लें। जिला प्रशासन ने आनलाइन भी इनकी लिस्ट जारी की हुई है।
-एजेंट से किसी भी प्रकार की डील करने से पहले उसका लाइसेंस नंबर व लाइसेंस अवधि की जानकारी मांगे।
-विदेश जाने के लिए शार्टकट रास्ता न अपनाएं, बल्कि वहां जाकर जो करना है उसकी ट्रेनिग हासिल करके जाएं।
-आइलेट्स करके जाएं, फर्जी आइलेट करवाने वालों से बचें।
-बैंकों के खातों में गलत तरीके से पैसे न जमा करवाएं।
-रोजगार ब्यूरो से भी ट्रैवल एजेंटों के बारे में जानकारी ले सकते हैं।
-कैश धनराशि देने के बजाय इनके अकाउंट में पैसे ट्रांसफर करें, उसका रिकार्ड आपके व बैंक के पास रहेगा
-पंजीकरण करवाते समय भी उसकी रसीद जरूर लें, रसीद पर इनका लाइसेंस नंबर लिखा है या नहीं उसे भी देख लें
-कोई भी शक हो तो पुलिस या जिला प्रसासन को सीधी शिकायत करें।