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कपूरथला को मिला दोआबा के पहले मेडिकल कालेज का तोहफा, जानें इसकी विशेषताएं

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने बुधवार को कपूरथला मेडिकल कालेज का आनलाइन नींवपत्थर रखा। पटियाला अमृतसर व फरीदकोट के बाद विरासती शहर कपूरथला में 325 करोड़ रुपये की लागत से यह पंजाब का चौथा मेडिकल कालेज होगा।

By Pankaj DwivediEdited By: Published: Wed, 05 Jan 2022 11:40 AM (IST)Updated: Wed, 05 Jan 2022 08:26 PM (IST)
कपूरथला को मिला दोआबा के पहले मेडिकल कालेज का तोहफा, जानें इसकी विशेषताएं
कपूरथला में वह स्थान जहां मेडिकल कालेज स्थापित किया जाएगा। पुरानी फोटो

हरनेक सिंह जैनपुरी, कपूरथला। पंजाब के माझा व मालवा के बाद अब दोआबा क्षेत्र को भी मेडीकल कालेज का तोहफा मिल गया है। बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की फिरोजपुर रैली रद होने पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने कपूरथला मेडिकल कालेज का आनलाइन नींवपत्थर रखा। पटियाला, अमृतसर व फरीदकोट के बाद विरासती शहर कपूरथला में 325 करोड़ की लागत से यह पंजाब का चौथा मेडिकल कालेज होगा। इसकी स्थापना से कपूरथला के अलावा जालंधर, होशियारपुर, नवांशहर, सुल्तानपुर लोधी व बेगोवाल आदि के लाखों लोगों को 500 बिस्तरों वाले उच्च स्तरीय सुविधाओं से लैस अस्पताल मिलेगा। क्षेत्र के विद्यार्थियों को मेडिकल शिक्षा प्राप्त करने का अवसर भी मिलेगा।

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अभी डीएमसी लुधियाना और पीजीआइ जाने की मजबूरी

इस समय लोगों को गंभीर बीमारियों के इलाज के लिए दयानंद मेडीकल कालेज लुधियाना, पीजीआई चंडीगढ़ एवं गुरु राम दास अस्पताल अमृतसर जाना पड़ता है। दोआबा क्षेत्र को एनआरआइ बेल्ट के तौर पर भी जाना जाता है। होशियारपुर, कपूरथला, जालंधर व नवांशहर के सबसे ज्यादा लोग विदेश में बसे हैं। उनका अक्सर अपने वतन व घर आना-जाना रहता है लेकिन दोआबा में मेडिकल कालेज के स्तर का कोई सरकारी संस्थान ना होने से उन्हें भी भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है। इस समय कैंसर, एचआईवी, काला पीलिया व टीवी आदि के इलाज के लिए लोगों को सैकड़ों किलोमीटर का सफर तय करके दूर दराज शहरों में जाना पड़ता था। इस मेडिकल कालेज के बनने पर सबसे ज्यादा लाभ दोआबा के उन लोगों को होगा जिन्हें पहले डीएमसी व पीजीआइ जाना पड़ता था।

डिग्री व डिप्लोमा के साथ 500 बिस्तरों का होगा अस्पताल

इस मेडिकल कालेज में एमबीबीएस की डिग्री व डिप्लोमा के अलावा 500 बिस्तरों का अस्पताल भी होगा। मेडिकल कालेज में स्वास्थ्य, चिकित्सा एवं औषधियों के विभिन्न विषयों के अध्ययन-अध्यापन की व्यवस्था रहेगी। विद्यार्थी यहां स्नातक, स्नातकोत्तर के साथ शोध कर सकेंगे। संस्थान में स्वास्थ्य, चिकित्सा एवं औषधियों से संबंधित कुछ छोटे डिप्लोमा पाठ्यक्रम भी उपलब्ध होंगे। इनमें प्रवेश के लिए नीट में क्लालिफाई करके मेरिट लिस्ट में आना होगा।

केंद्र व पंजाब की 60ः40 की हिस्सेदारी

कपूरथला में बनने वाले इस मेडिकल कालेज के लिए केंद्र सरकार 60 फीसद फंड देगी। पंजाब सरकार 40 फीसद का योगदान देगी। कालेज के लिए केंद्र सरकार 195 करोड़ रुपये की रकम जारी करेगी जबकि पंजाब सरकार को 130 करोड़ देना होगा। पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह पहले ही 50 करोड़ रुपये आधारभूत ढांचे के लिए देने की घोषणा कर चुके हैं।

सर्कुलर रोड पर 9 एकड़ जमीन में बनेगा मेडिकल कालेज

मेडिकल कालेज सिविल अस्पतताल कपूरथला की स्थानीय सर्कुलर रोड पर 11 एकड़ जमीन में बनेगा। इसकी चारदीवारी हो रही है। इसके साथ ही सिविल अस्पताल की तरफ से करीब ढ़ाई एकड़ में रीहैबलीटेशन सेंटर चल रहा है और बाकी करीब साढ़े आठ-नौ एकड़ जमीन खाली पड़ी है।

एमबीबीएस की 100 सीटें होगी

इस मेडिकल कालेज में एमबीबीएस की 100 सीटें होंगी। इसके अलावा डिप्लोमा कोर्स भी होंगे। कालेज को सिविल अस्पताल से जोड़ा जाएगा, जिसमें इस समय 220 बिस्तरों की सुविधा है। इससे यह बढ़कर 500 बिस्तरों तक हो जाएगी। डीसी डीपीएस खरबंदा का कहना है कि मेडिकल कालेज के लिए 11 एकड़ जमीन की शिनाखत हो चुकी है, जिसमें करीब दो ढ़ाई एकड़ में रीहैबलीटेशन सेंटर चल रहा है और बाकी जमीन कालेज के लिए रहेगी। सिविल अस्पताल को भी इस कालेज का हिस्सा बनाया जाएगा।

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