शहर में लगेंगी प्लास्टिक वेस्ट मैनेजमेंट मशीनें, खाली बोतल डालने पर मिलेगा कूपन
स्मार्ट सिटी के तहत शहर में प्लास्टिक वेस्ट मैनेजमेंट मशीनें लगाई जाएंगी। इन मशीनों में लोग प्लास्टिक की खाली बोतलें और प्लास्टिक का अन्य सामान डालेंगे।
जालंधर, [जगजीत सिंह सुशांत]। स्मार्ट सिटी के तहत शहर में प्लास्टिक वेस्ट मैनेजमेंट मशीनें लगाई जाएंगी। इन मशीनों में लोग प्लास्टिक की खाली बोतलें और प्लास्टिक का अन्य सामान डालेंगे। इसके बदले उन्हें डिस्काउंट कूपन मिलेगा। यह कूपन अलग-अलग कंपनियों का हो सकता है, जो अपने प्रोडक्ट पर छूट देंगी। स्मार्ट सिटी में ऐसी पांच मशीनें खरीदने का प्रस्ताव है। प्लास्टिक वेस्ट मशीनों के लिए अभी लोकेशन तय की जानी हैं। स्मार्ट सिटी कंपनी की मीटिंग में इस पर चर्चा की गई है।
सिटी लेवल कमेटी ने प्रोजेक्ट पर सहमति जताई है। प्लास्टिक वेस्ट को इधर-उधर फेंकने की बजाय वेस्ट मैनेजमेंट मशीन में एकत्रित किया जाएगा। मशीनों में प्लास्टिक की बोतल या अन्य प्लास्टिक मैटीरियल डालने पर मशीन उसे क्रश कर देगी। उसी समय मशीन से डिस्काउंट कूपन निकलेगा। इसके लिए कंपनियों से सहयोग लिया जाएगा जो पर्यावरण संरक्षण के लिए साथ दें। इन मशीनों में आने वाले प्लास्टिक को रिसाइकिल के लिए बेचा जा सकेगा।
सेनेटरी नेपकिन वेंडिंग मशीनें भी खरीदेंगे
स्मार्ट सिटी कंपनी शहर में लगाने के लिए पांच सेनेटरी नैपकिन वेंडिंग मशीनें भी खरीदेंगी। यह मशीनें मॉडल टाउन, सिविल अस्पताल, नेहरू गार्डन स्कूल समेत शहर के अन्य इलाकों में लगाने का प्रस्ताव है। ऐसा ही एक प्रोजेक्ट नगर निगम ने भी करीब दो साल पहले प्लान किया था, लेकिन अभी तक सिरे नहीं चढ़ पाया है। मशीन में सिक्का डालने पर सेनेटरी नेपकिन निकलेगा। इसकी कीमत कितनी होगी यह अभी तय किया जाना है।
वेल्लोर में डी-सेंट्रलाइज्ड सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट सिस्टम देखने जाएंगे कमिश्नर
नगर निगम कमिश्नर दीपर्वा लाकड़ा, डिप्टी मेयर हरसिमरनजीत सिंह बंटी, हेल्थ अफसर डॉ. श्री कृष्ण शर्मा और पीएमआइडीसी के अधिकारी वीरवार को चेन्नई के निकटवर्ती शहर वेल्लोर में सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट देखने जाएंगे। वेल्लोर शहर में सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट के लिए डीसेंट्रलाइज्ड प्लांट काम कर रहे हैं। कमिशनर वहां की वर्किग देखेंगे। टीम वीरवार को रवाना होगी और शनिवार को लौटेगी। जालंधर में भी ऐसे डी-सेंट्रलाइज्ड प्लांट का प्रस्ताव रखा गया था लेकिन अभी तक इसमें सफलता नहीं मिली है।
सभी जगह विरोध का करना पड़ा सामना
तय किया गया था कि चारों विधानसभा हलकों में एक-एक प्लांट लगाया जाए। लेकिन सभी जगह विरोध का सामना करना पड़ रहा है। इस टूर में शामिल डिप्टी मेयर हरसिमरनजीत सिंह बंटी के वार्ड में 120 फुट रोड पर ऐसा प्लांट लगाने का प्रस्ताव था लेकिन डिप्टी मेयर ने भी विरोध कर दिया था। निगम टीम वेल्लोर में प्लांट देखेगी और लोगों को यहां बता सकेगी कि प्लांट का क्या फायदा है। डॉ. श्रीकृष्ण शर्मा ने कहा कि इंदौर में चल रहे सिस्टम को देखा जाना चाहिए। इंदौर को देश का सबसे साफ शहर होने का सम्मान हासिल है।
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