फार्मासिस्टों ने केंद्र सरकार के खिलाफ खोला मोर्चा, एक्ट में संशोधन के प्रस्ताव का विरोध Jalandhar News
केंद्र सरकार की ओर से ड्रग एंड काॅस्मेटिक्स एक्ट 1945 के शेड्यूल की धारा में संशोधन के प्रस्ताव को लेकर फार्मासिस्टों ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।
जालंधर, जेएनएन। केंद्र सरकार की ओर से ड्रग एंड काॅस्मेटिक्स एक्ट 1945 के शेड्यूल की धारा में संशोधन के प्रस्ताव को लेकर फार्मासिस्टों ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। यूनाइटिड फार्मासिस्ट अलाइंस सोसायटी के चेयरमैन सतपाल खुराना ने पंजाब प्रेस क्लब में पत्रकार सम्मेलन में बताया कि केंद्र सरकार फार्मासिस्टों का पतन करने की राह पर चल पड़ी है। फार्मासिस्टों के अधिकार चिकित्सा जगत से जुड़े पैरामेडिकल स्टाफ को देने की योजना को अमलीजामा पहनाने की तैयारी कर रही है। सरकार के इस फैसले लोगों की स्वास्थ्य सुरक्षा को खतरा पैदा हो सकता है।
प्रधान हरविंदर सिंह कमल ने बताया कि केंद्र सरकार ड्रग एंड कास्मेटिक्स एक्ट 1945 के शेड्यूल में संशोधन कर मरीजों को दवाइयां देने का अधिकार नर्सों, आशा वर्करों, लेडी हेल्थ विज्टर तथा वेलनेंस सेंटर में तैनात वेलनेंस अधिकारी को अधिकार देने जा रही है। केंद्र सरकार ने संशोधन को लेकर ड्राफ्ट रूल्ज जारी कर एेतराज मांगे हैं।
केंद्र सरकार के ड्राफ्ट रूल्ज पर यूनाइटिड फार्मासिस्ट अलाइंस सोसायटी व इंडियन फार्मासिस्ट एसोसिएशन की ओर से असहमति व्यक्त की गई है। उन्होंने चेतावनी दी है कि अगर केंद्र सरकार का फैसला फार्मासिस्टों के खिलाफ आया तो वे सड़कों पर प्रदर्शन करेंगे। इस मौके पर मीनाक्षी धीर, कमल कांत शर्मा, हरविंदर शर्मा, पंकज गोत्रा, जोत राम सिंह, सुरिंदर कुमार के अलावा संस्था के अन्य सदस्य व पदाधिकारी उपस्थित रहे।
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