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काम नहीं आई हड़ताल, ढाई महीने में पेट्रोल 11 व डीजल 12 रुपए प्रति लीटर हुआ महंगा

पेट्रोलियम व्यवसाय भारी आर्थिक संकट से गुजर रहा है। हालात यह है कि कारोबार चौपट होने से मोहाली के पेट्रोल पंप संचालक ने बीते दिनों आत्महत्या कर ली थी।

By Vikas_KumarEdited By: Published: Sat, 29 Aug 2020 12:05 PM (IST)Updated: Sat, 29 Aug 2020 12:05 PM (IST)
काम नहीं आई हड़ताल, ढाई महीने में पेट्रोल 11 व डीजल 12 रुपए प्रति लीटर हुआ महंगा
काम नहीं आई हड़ताल, ढाई महीने में पेट्रोल 11 व डीजल 12 रुपए प्रति लीटर हुआ महंगा

जालंधर, [मनुपाल शर्मा]। तेल वितरण कंपनियों की मुनाफा कमाने एवं सरकार की खजाना भरने की होड़ में पेट्रोल डीजल के उपभोक्ता बुरी तरह से पिस गए हैं। अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चा तेल (क्रूड ऑयल) की कीमत कम होने पर तो पेट्रोल डीजल के रेट कम नहीं किए गए, लेकिन अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमत में इजाफा होते ही एक बार फिर से पेट्रोल डीजल के मूल्य आग लगाते नजर आ रहे हैं। जून के प्रथम सप्ताह से लेकर अगस्त तक पहुंचते-पहुंचते पेट्रोल के मूल्य में ही लगभग 11 रुपए प्रति लीटर का इजाफा हो गया है। डीजल की कीमतें तो पेट्रोल से भी ज्यादा बढ़ गई और प्रति लीटर 12 रुपए का इजाफा हुआ।

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तेल के मूल्य कम करने के लिए उपभोक्ताओं की अपील और पेट्रोल पंप डीलर्स एसोसिएशन, पंजाब (पीपीडीएपी) की हड़ताल भी कोई काम करती दिखाई नहीं दे रही है। तेल कंपनियां और सरकार अपना मुनाफा बढ़ाने की होड़ में निरंतर आगे ही बढ़ती दिखाई दे रही हैं। हालात इस कदर बिगड़ चुके हैं कि तेल की बढ़ती कीमतों के मध्य पंजाब में राज्य सरकार की तरफ से वसूले जा रहे टैक्स ने पंजाब के भीतर पड़ोसी राज्य की तुलना में पेट्रोल लगभग पांच रुपए प्रति लीटर और डीजल लगभग ढाई रुपए प्रति लीटर महंगा कर रखा है। इस वजह से पेट्रोलियम व्यवसाय में भारी आर्थिक संकट है, जिसके चलते मोहाली के पेट्रोल पंप संचालक की तरफ से आत्महत्या भी की जा चुकी है।

पीपीडीएपी के प्रवक्ता मोंटी गुरमीत सहगल ने कहा कि तेल कंपनियां अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के मूल्य में हुई वृद्धि के साथ जोड़कर अब तेल की कीमतें बढ़ा रही हैं, लेकिन इस बात का जवाब तेल कंपनियों और सरकार नहीं दे रही है कि जब अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के मूल्य कम किए गए थे तो फिर पेट्रोल-डीजल के रेट में कटौती क्यों नहीं की गई। उन्होंने कहा कि तेल कंपनी अपना मुनाफा एवं सरकार अपना खजाना भरने के लिए उपभोक्ताओं एवं पेट्रोल पंप डीलर के साथ वज्रपात कर रही है।

टैक्स कम होने से मिल सकती है राहत

मोंटी गुरमीत सहगल ने कहा कि सात जून को पेट्रोल का रेट 72.26 रुपए प्रति लीटर और डीजल का रेट 63.92 रुपए प्रति लीटर था, जबकि 28 अगस्त को पेट्रोल का मूल्य 83.08 रुपए प्रति लीटर और डीजल का मूल्य 75.20 रुपए प्रति लीटर है। मोंटी गुरमीत सहगल ने कहा कि अगर पंजाब में ही राज्य सरकार पेट्रोल-डीजल की बिक्री पर लगाए गए टैक्स की दर को कम कर दे, तो कुछ राहत तो उपभोक्ताओं को मिल सकती है। अगर दिल्ली सरकार ऐसा कर सकती है तो पंजाब की सरकार को भी ऐसा करने में कोई झिझक नहीं होनी चाहिए।

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