शिव भक्तों को नहीं पुलवामा आतंकी हमले का भय, उत्साह बरकरार
श्री अमरनाथ यात्रा इस बार एक जुलाई से शुरू होकर 15 अगस्त तक चलेगी।
शाम सहगल, जालंधर
श्री अमरनाथ यात्रा इस बार एक जुलाई से शुरू होकर 15 अगस्त तक चलेगी। इस बार यात्रा अवधि 14 दिन कम कर दी गई है। यात्रा अवधि में कटौती करने का शिव भक्तों ने रोष जताया है। वहीं 14 फरवरी को पुलवामा में हुए आतंकी हमले के बावजूद शिव भक्तों में उत्साह की कमी नहीं है। उनका मानना है कि भोले बाबा अपने भक्तों की रक्षा स्वयं करते हैं। हालांकि सरकार को यात्रा को लेकर सुरक्षा के कड़े इंतजाम करने चाहिए। श्री अमरनाथ यात्रा के लिए जिले की विभिन्न संस्थाओं ने भी तैयारी कर ली है। जिसे लेकर 'दैनिक जागरण' ने संस्थाओं के प्रतिनिधियों से बातचीत की। 14 दिन कम की गई अवधि से जरूरी सुरक्षा के प्रबंध
पुलवामा हमले के बाद से लेकर सीमा पर तनाव बढ़ गया है। इसके बावजूद शिव भक्तों में जोश बरकरार है। पूर्व की तरह से ही शिव भक्त रजिस्ट्रेशन करवाने की तैयारी कर रहे हैं। यात्रा की अवधि 14 दिन कम करने की बजाय सुरक्षा प्रबंध सख्त करने की जरूरत है। वहीं, श्री अमरनाथ 'बी' ट्रस्ट मकसूदां की तरफ से भी यात्रा को लेकर तैयारियां शुरू कर दी गई है। जिसके तहत यात्रा के दौरान निरंतर लंगर की व्यवस्था करने से लेकर श्रद्धालुओं को सेहत व आराम करने को लेकर व्यापक प्रबंध किए जा रहे हैं।
- भारत भूषण अग्रवाल, अध्यक्ष श्री अमरनाथ 'बी' ट्रस्ट 29 जून को रवाना होगी यात्रा
श्री शिव रसिक मंडल की तरफ से श्री अमरनाथ यात्रा के लिए 29 जून को श्री महालक्ष्मी मंदिर, जेल रोड से जत्था रवाना किया जाएगा। जिसे लेकर शिव भक्तों में भारी उत्साह है। संस्था के पास पहले की भांति ही श्रद्धालु आवेदन के लिए आ रहे हैं। शिव भक्तों को समस्या पेश न आए इसके लिए संस्था की तरफ से श्रद्धालुओं को खास हिदायतें दी जा रही हैं। उन्होंने मांग की कि इस बार केंद्र सरकार को भी श्रद्धालुओं की सुरक्षा के खास प्रबंध करने चाहिए।
- संजीव जोशी, प्रधान श्री रसिक मंडल श्रद्धालुओं में नहीं है भय
हर वर्ष श्री अमरनाथ यात्रा के लिए जत्था लेकर जाने वाले जतिंदर अरोड़ा बताते हैं कि पुलवामा हमले के बाद भी शिव भक्तों में कोई भय नहीं है। उन्होंने कहा कि अगर यात्रा की अवधि न भी घटाई जाती तो भी कोई बात नहीं थी। शिव भक्तों को भोले बाबा पर पूरा विश्वास है। उन्होंने कहा कि श्री अमरनाथ यात्रा के लिए 13 वर्ष से कम के बच्चों को अनुमति नहीं मिलेगी। वहीं, उंचाई पर ऑक्सीजन का स्तर बहुत कम होने के कारण 75 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को भी यात्रा के लिए अनुमति नहीं दी जाएगी। वहीं, नियमों के मुताबिक छह माह से अधिक की गर्भवती भी यात्रा नहीं कर सकती।
दोनों मार्ग से रोजाना 15000 श्रद्धालु रोजाना जाएंगे
श्री अमरनाथ यात्रा के लिए पहलगाम व चंदनबाड़ी तथा बालटाल दो मार्ग हैं। दोनों मार्गों से रोजाना 7500-7500 यात्री पवित्र गुफा के दर्शनों के लिए जा सकते हैं। इस तरह से दोनों मार्गों से रोजाना 15 हजार यात्री ही भोले बाबा के दर्शनों के लिए जा सकते हैं। वहीं, हेलिकॉप्टर से पंजतरणी मार्ग से श्रद्धालु बाबा के दर्शनों को जा सकते हैं। यहां करवाएं रजिस्ट्रेशन
जम्मू-कश्मीर बैंक
पंजाब नेशनल बैंक
येस बैंक