बम की धमकी से दहशत में आए लोग, डिब्बे ने रोकी लोगों की सांसे
आरोपी ने घर के बाहर आने को कहा और बाहर न आने पर पछताने की धमकी दी।
By Ankit KumarEdited By: Published: Sat, 04 Mar 2017 12:12 PM (IST)Updated: Sat, 04 Mar 2017 12:42 PM (IST)
जेएनएन, जालंधर। बीएसएफ कालोनी में रहने वाले घी-तेल के व्यापारी शिवांश मित्तल पुत्र सतीश मित्तल के घर के बाहर गेट पर किसी ने डिब्बा टांग दिया और फोन पर बम होने की धमकी दी। आरोपी ने शिवांश को घर के बाहर आने को कहा और बाहर न आने पर पछताने की धमकी दी। वह बाहर निकले तो बमनुमा वस्तु देख उन्होंने पुलिस को फोन किया। बम की अफवाह फैलते ही इलाके में दहशत फैल गई।
एडीसीपी जसवीर सिंह, एसीपी सुरिंदर पाल के नेतृत्व में पुलिस बल मौके पर पहुंचा। बम स्क्वायड को भी बुला लिया गया। जब जांच की गई तो संदिग्ध वस्तु गत्ते का डिब्बा निकली। उसमें तारें, बैटरी, सिग्नल लाइट और टाइमर और मोबाइल के खाली डिब्बे थे। यह देख कर पुलिस, घर के सदस्यों और इलाके के लोगों ने राहत की सांस ली। घी व्यापारी के घर के बाहर लगे सीसीटीवी कैमरे में वह व्यक्ति आ गया जिसने दहशत फैलाने के लिए बमनुमा वस्तु टांगी थी। उसने टोपी पहन रखी थी और मुंह पर रुमाल बांधा हुआ था। वह साइकिल पर आया था। एडीसीपी जसवीर सिंह ने बताया कि किसी ने घर के सदस्यों को डराने के लिए यह हरकत की है। फुटेज और मोबाइल नंबर ले लिया गया है। जल्द ही आरोपी को ट्रेस कर लिया जाएगा।
हिंदी में बात कर रहा था संदिग्ध
शिवांश ने बताया उनकी इमाम नासिर में होलसेल घी-तेल की दुकान और दाना मंडी में दफ्तर है। घटना के वक्त वह दफ्तर में थे। जिस व्यक्ति ने उनको फोन किया था वो हिंदी में बात कर रहा था। जिस तरह हिंदी बोल रहा था उससे यह साफ था कि वो पंजाब का निवासी नहीं था। ऐसे में पुलिस वहां पर रहने वाले दूसरे राज्यों से आए लोगों से भी पूछताछ कर रही है।
पुराने नौकर पर भी शक
पुलिस ने घर के मालिक शिवांश मित्तल से किसी पर शक होने की बात पूछी तो उन्होंने किसी पर भी शक न होने की बात कही। वहीं उन्होंने किसी से कारोबारी रंजिश नहीं होने की भी बात कही। ऐसे में पुलिस की शक की सूई उनके नौकरों की ओर घूमने लगी है। इनमें से कुछ नौकर काम कर रहे हैं तो कुछ ऐसे भी हैं जो उनके पास से काम छोड़कर जा चुके हैं।
दहशत की घड़ियां
दोपहर 4.27 मिनट : घर के मालिक शिवांश मित्तल को 95698... नंबर से फोन आया कि अपने दफ्तर से बाहर निकलो, वर्ना कभी नहीं जान पाओगे कि किसका फोन था, शिवांश से जवाब न में मिलने पर पछताओगे कह कर फोन काट दिया गया।
दोपहर 4.29 मिनट : घर के बाहर लगे सीसीटीवी में गेट पर संदिग्ध वस्तु टांग रहा मुंह ढंका संदिग्ध।
दोपहर 4.31 मिनट : शिवांश को फिर फोन आया आप बाहर नहीं आए, घर जाकर देखो क्या हुआ है। शिवांश ने अपने भाई शशांक को फोन कर जानकारी दी, जिसके बाद घर के बाहर टंगी संदिग्ध वस्तु के बारे में पता चला।
दोपहर 4.59 मिनट : पुलिस मौके पर पहुंची। शाम 5.05 पर पुलिस ने संदिग्ध वस्तु उतार कर मामले का पटाक्षेप किया।
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