लतीफपुरा में अवैध कब्जों पर कार्रवाई से भड़के लोग, पुलिस पर पथराव, आगजनी
जालंधर के लतीफपुरा में सरकारी जमीन पर कब्जे हटाने के लिए पहुंची इंप्रूवमेंट ट्रस्ट की टीम को लोगों के विरोध का सामना करना पड़ा।
जेएनएन, जालंधर। मॉडल टाउन व गुरुतेग बहादुर नगर के बीच में बसे लतीफपुरा में आठ घंटे तक बवाल हुआ। ढाई एकड़ जमीन पर कब्जे हटाने गई जालंधर इंप्रूवमेंट ट्रस्ट (जेआईटी) की टीम व पुलिस तथा नागरिक आमने-सामने हो गए। कब्जे हटाने की कार्रवाई के विरोध में नागरिकों ने जमकर पथराव किया व पेट्रोल बम फेंके। सड़क पर टायर जलाए गए। जवाबी कार्रवाई में तीन बार पुलिस बल को आगे किया गया, लेकिन तीनों ही बार पत्थरबाजी के कारण पुलिस टीम पीछे हट गई। आखिरकार आठ घंटे की मशक्कत के बाद ट्रस्ट की टीम ने निशानदेही करवा फाइनल चेतावनी दी कि लोग खुद जगह खाली कर दें, नहीं तो कभी भी कार्रवाई हो सकती है।
ट्रस्ट के प्रशासक दीपर्वा लाकड़ा ने कहा कि अब किसी भी समय कब्जे हटाने की कार्रवाई को अंजाम दिया जा सकता है। बता दें कि इंप्रूवमेंट ट्रस्ट ने लतीफपुरा के लोगों को मंगलवार सुबह साढ़े सात बजे से पहले अपने मकान खाली करने का नोटिस सोमवार को ही जारी कर दिया था।
सड़क पर टायर जलाकर प्रदर्शन करते लोग।
नोटिस में साफ लिखा था कि लोग अपने-अपने घरों को खाली कर दें, मंगलवार सुबह साढ़े बजे पूरी फोर्स के साथ मकान तुड़वाने की कार्रवाई की जाएगी। सोमवार को जैसे ही लतीफपुरा के लोगों को नोटिस मिला था तो इम्प्रूवमेंट ट्रस्ट के खिलाफ रोष प्रदर्शन भी किया था। ट्रस्ट कई महीने पहले ही सुप्रीम कोर्ट में केस जीत चुका है, लेकिन राजनीतिक हस्तक्षेप और लोगों के विरोध के कारण जमीन खाली नहीं करवा पाया है।
ट्रस्ट की कार्रवाई से नाजार महिला हाथ में पत्थर लिए हुए।
मंगलवार को इंप्रूवमेंट ट्रस्ट ने जब लाव लश्कर के साथ ढाई एकड़ जमीन को खाली कराने की कार्रवाई शुरू की तो लोगों ने रात से इसका विरोध करना शुरू कर दिया था। सुबह आठ बजे सरकारी अमला मलबा उठाने के लिए 12 ट्रक, छह जेसीबी और लगभग 200 पुलिस कर्मियों के साथ लतीफपुरा में कब्जा छुड़वाने पहुंचा तो पहले से ही लतीफपुरा निवासी चौक पर जमा थे। सभी कब्जा न छोड़ने की बात कर रहे थे। तीन घंटे तक आपस में विचार विमर्श करने के बाद 11 बजे जैसे ही ट्रस्ट के अधिकारियों ने माइक पर घोषणा की कि पहले कब्जों के ऊपर निशान लगाए जाएंगे। जैसे ही सरकारी अमले में शामिल मुलाजिम निशानदेही करने के लिए इलाके में घुसे तो महिलाओं ने भारी विरोध करना शुरू कर दिया। प्रदर्शन के दौरान कुछ बुजुर्ग महिलाएं विलाप करती हुईं बेहोश तक हो गईं।
निगम कमिश्नर ने दिए कार्रवाई के आदेश, शुरू हो गया प्रदर्शन
निशानदेही का काम चल ही रहा था कि ट्रस्ट के चेयरमैन एवं नगर निगम के कमिश्नर दीपर्वा लाकड़ा ने अवैध निर्माण गिराने की कार्रवाई शुरू करने को कह दिया। जैसे ही दो डिच ने काम शुरू किया, लोगों ने मशीनों पर ईंटें बरसानी शुरू कर दी। इस दौरान मशीनों के शीशे टूट गए और ड्राइवरों को भी चोटें आईं। पुलिस बल मौके पर तैनात था, जिसमें महिला मुलाजिम भी शामिल थी लेकिन ईंटें फेंक रहे लोगों को नहीं रोका जा सका। इसी दौरान प्रदर्शनकारियों ने सड़क के बीचो बीच टायरों को भी आग लगा दी। साथ ही पेट्रोल बम का भी इस्तेमाल किया। भीड़ का गुस्सा बढ़ता देख आनन-फानन में डिच के ड्राइवरों ने मशीनें वापस मोड़ ली और मौके से चले गए। ट्रस्ट ने कार्रवाई वहीं रोक दी।
इंप्रूवमेंट ट्रस्ट की कार्रवाई के विरोध में पत्थरबाजी करते हुए एक युवक।
चार बजे तक होती रही निशानदेही
लोगों के विरोध के कारण सरकारी अमला चौक के नजदीक स्थित सीवरेज बोर्ड के गेस्ट हाउस में चला गया और वहां दो घंटे तक चली बैठक के बाद फैसला लिया कि निशानदेही कर दी जाएगी। इसके बाद एसएचओ ओंकार सिंह बराड़ ने पुलिस बल लगवाकर निशानदेही का काम शुरू करवाया जो चार बजे शाम तक चलता रहा। देर शाम इंप्रूवमेंट ट्रस्ट के चेयरमैन दीपर्वा लाकड़ा ने कहा कि अब किसी को कोई मोहलत नहीं दी जाएगी और अवैध निर्माण गिराए जाने की कार्रवाई को किसी भी समय अंजाम दिया जा सकता है।
लतीफपुरा में अवैध कब्जों को गिराने के लिए मौके पर कमिश्नर दीपर्वा लाकड़ा, ईओ सुरेंद्र कुमारी, एडीसीपी सुडरविली, एडीसीपी परमार, एडीसीपी सरबजीत सिंह राय, एसीपी जंग बहादुर शर्मा, एसडीएम जालंधर वन संजीव शर्मा, तहसीलदार करण दीप सिंह भुल्लर, नायब तहसीलदार गुरप्रीत सिंह समेत अन्य अधिकारी उपस्थित थे।