Punjab Roadways Workers Strike: मुख्यमंत्री 14 को करेंगे बैठक; अमृतसर, बटाला, तरनतारन, पट्टी की बसों के लिए भटक रहे यात्री
बस यात्रियों को हड़ताल की वजह से शुक्रवार को भी परेशानियों का सामना करना पड़ा है। सुबह के समय अमृतसर बटाला तरनतारन पट्टी आदि की तरफ जाने वाले यात्रियों के लिए पर्याप्त संख्या में बसें उपलब्ध नहीं हो सकीं।
मनुपाल शर्मा, जालंधर। कैबिनेट बैठक के दौरान पंजाब रोडवेज एवं पीआरटीसी के अनुबंधित कर्मचारियों को रेगुलर करने को लेकर कोई घोषणा तो नहीं हो सकी है। अब मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी 14 दिसंबर को हड़ताली कर्मचारियों के साथ बैठक करेंगे। स्थायी करने की मांग को लेकर हड़ताल पर चल रहे कांट्रेक्ट मुलाजिमों को लिखित में मुख्यमंत्री की बैठक के संबंध में सूचित किया गया है। पंजाब रोडवेज बस पीआरटीसी कांट्रेक्ट मुलाजिम यूनियन की जालंधर एक इकाई के अध्यक्ष गुरप्रीत सिंह ने मुख्यमंत्री के साथ 14 दिसंबर को बैठक होने की पुष्टि की है।
मुख्यमंत्री के साथ बैठक का आश्वासन मिलने के बावजूद भी यूनियन की हड़ताल बदस्तूर जारी है। यह शुक्रवार को चौथे दिन में प्रवेश कर गई है। हड़ताली मुलाजिम डिपो गेट के समक्ष धरने पर बैठे हुए हैं और सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर रहे हैं। अस्थायी कर्मचारियों ने पनबस की किसी भी बस को डिपो से बाहर नहीं जाने दिया है। पंजाब रोडवेज के रेगुलर मुलाजिमों के साथ केवल कुछ ही रूटों पर बसें रवाना की जा सकी हैं।
बस यात्रियों को हड़ताल की वजह से शुक्रवार को भी परेशानियों का सामना करना पड़ा है। सुबह के समय अमृतसर, बटाला, तरनतारन, पट्टी आदि की तरफ जाने वाले यात्रियों के लिए पर्याप्त संख्या में बसें उपलब्ध नहीं हो सकीं। वजह यह है कि इन रूटों के ऊपर निजी बसों की सर्विस पर्याप्त संख्या में नहीं है और यात्रियों को सरकारी बस सेवा के ऊपर ही निर्भर करना पड़ता है। हड़ताल की वजह से सरकारी बस सेवा लगभग ठप ही पड़ी हुई है।
सुबह और शाम बस में सीटों के लिए मारामारी
इससे पहले, बसों की संख्या कम होने से वीरवार शाम को बस स्टैंड पर सीटों को लेकर यात्रियों के बीच मारामारी की स्थिति बन गई। यात्री एक-दूसरे के कपड़े खींचते नजर आए। भारी भीड़ के कारण निजी एसी बसों में स्टूल लगाकर अतिरिक्त यात्रियों को ले जाना पड़ा।