PAP Service Lane: स्वीकृति के बावजूद तुरंत नहीं मिलेगी लाेगाें काे सुविधा Jalandhar News
सर्विस लेन एनएचएआइ की तरफ से रैंप बनाने की संभावनाओं एवं डिजाइन बनाने का ही काम शुरू किया गया है जिसकी स्वीकृति लेने की प्रक्रिया जारी है।
जालंधर, जेएनएन। अक्टूबर से बंद की गई पीएपी सर्विस लेन को खोलने के लिए प्रयास तो शुरू हो चुके हैं, लेकिन सच्चाई यही है कि अगर एनएचएआइ इस सर्विस लेन को खोलने के लिए रैंप बनाने की प्रक्रिया में जुटती है तो इसमें कई माह का समय लग सकता है।
फिलहाल तो एनएचएआइ की तरफ से रैंप बनाने की संभावनाओं एवं डिजाइन बनाने का ही काम शुरू किया गया है, जिसकी स्वीकृति लेने की प्रक्रिया जारी है। हाईवे निर्माण से ही जुड़े एक अधिकारी के मुताबिक अगर एनएचएआइ पीएपी रेलवे ओवरब्रिज के साथ रैंप बनाने का काम शुरू करती है तो इसे निपटने में न्यूनतम तीन माह तक का समय लग सकता है।
वजह यह है कि रेल ओवरब्रिज के साथ रैंप बनाने से पहले साइड वॉल बनानी होगी और उसमें मिट्टी डालनी होगी। मिट्टी डालने के बाद वही प्रक्रिया अपनाई जाएगी जो किसी भी फ्लाईओवर को बनाने में अपनाई जाती है। इसके अलावा रैंप बनाने का कार्य किस एजेंसी से करवाया जाएगा, इसका भी फैसला होता अभी नजर नहीं आ रहा है। प्रोजेक्ट डायरेक्टर जालंधर को पीएपी सर्विस लेन खुलवाने संबंधी जिम्मेदारी सौंपी गई थी।
प्रोजेक्ट डायरेक्टर जालंधर यशपाल सिंह ने कहा था कि उन्होंने रैंप बनाने और पीएपी रेलवे ओवरब्रिज को चौड़ा करने संबंधी प्रारंभिक रिपोर्ट तैयार कर ली है, जिसे स्वीकृति के लिए एनएचएआइ के चेयरमैन के साथ दिल्ली में बैठक की जाएगी हालांकि इस बैठक का नतीजा भी सामने नहीं आ सका है।
रैंप बनाने के लग सकते हैं टेंडर
मौजूदा कंपनी के प्रोजेक्ट में रैंप बनाने की जिम्मेदारी शामिल ही नहीं थी। ऐसे हालातों के चलते रैंप बनाने के लिए टेंडर भी लगाने पड़ सकते हैं और टेंडर प्रक्रिया ही लंबा वक्त ले सकती है। इसके बाद ही निर्माण शुरू होगा जो तकनीकी कारणों के चलते निपटने में काफी वक्त ले सकता है। हालांकि 19 फरवरी को विधानसभा हलका जालंधर सेंट्रल के विधायक राजिंदर बेरी ने पीएपी सर्विस लेन खुलवाने को धरना देने की घोषणा की है।
बेरी के धरने को मिल रहा समर्थन
बेरी के धरने को मिल रहे लोगों के समर्थन के मद्देनजर कयास यही लगाए जा रहे हैं कि शायद 19 फरवरी को ही विधायक बंद की गई सर्विस लेन को दोबारा खुलवा सकते हैं। अगर ऐसा होता है तो एक बार फिर से लुधियाना की तरफ से अमृतसर की तरफ उतर रही पीएपी फ्लाईओवर की बाई अप्रोच रोड को बंद करना पड़ सकता है।