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डीसी ने लगाई फटकार, दो महीने के अंदर बनेगा नौ साल से अधूरा पीएपी फ्लाईओवर

डीसी वरिंदर शर्मा की सख्ती के बाद पिछले नौ वर्ष से अधूरे पड़े पीएपी फ्लाईओवर का निर्माण पूरा होने की उम्मीद जगी है। यह अगले दो महीने में बनकर तैयार हो जाएगा।

By Pankaj DwivediEdited By: Published: Sat, 17 Nov 2018 11:43 AM (IST)Updated: Sat, 17 Nov 2018 11:43 AM (IST)
डीसी ने लगाई फटकार, दो महीने के अंदर बनेगा नौ साल से अधूरा पीएपी फ्लाईओवर
डीसी ने लगाई फटकार, दो महीने के अंदर बनेगा नौ साल से अधूरा पीएपी फ्लाईओवर

जागरण संवाददाता, जालंधर। नौ वर्षों से कंप्लीशन की राह देख रहे पीएपी फ्लाईओवर का निर्माण अगर इसी रफ्तार से जारी रहा तो आगामी 2 महीने के भीतर इसे ट्रैफिक के लिए खोला भी जा सकता है। डिप्टी कमिश्नर वरिंदर कुमार शर्मा की सख्ती का ही नतीजा है कि ट्रैफिक डायवर्जन के 24 घंटे के भीतर की फ्लाईओवर की अप्रोच रोड बनाने को 100 मीटर की खुदाई कर दी गई है और दूसरे ही दिन नींव बनाने के लिए कंक्रीट डालना भी शुरू कर दिया गया।

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पीएपी फ्लाईओवर की अमृतसर की तरफ उतरने वाली अप्रोच रोड को पीएपी आरओबी (रेलवे ओवर ब्रिज) से मिलाया जाना है। इसका ऊपरी हिस्सा तो लगभग तैयार किया जा चुका है और अब इसके निचले हिस्से का निर्माण शुरू किया गया है। पहले चरण में अमृतसर की तरफ से आने वाले ट्रैफिक के लिए अप्रोच रोड का निर्माण शुरू किया गया है। इसके बाद जालंधर से अमृतसर की तरफ जाने वाले हिस्से का निर्माण शुरू होगा। डीसी वीके शर्मा लगातार साइट का दौरा कर रहे हैं और अधिकारियों को जल्द काम निपटाने को कह रहे हैं। वीरवार को भी डीसी ने सीपी गुरप्रीत सिंह भुल्लर के साथ पीएपी चौक का दौरा किया था।

अप्रोच रोड के ऊपरी हिस्से में बिछाई जा रही है कनेक्टिंग बेल्ट

फ्लाईओवर की अप्रोच रोड पर मिट्टी डालकर उसमें कनेक्टिंग बेल्ट बिछाई जा रही है, ताकि साइडों पर लगाए जाने वाले कंक्रीट स्लीपर मजबूती से जुड़े रहें। बेल्ट के ऊपर मिट्टी डालकर वाइब्रो मशीन से उन्हें फिर से दबाया जा रहा है, ताकि रोड का मजबूत आधार तैयार किया जा सके।

11-11 मीटर होगी दोनों अप्रोच रोड की चौड़ाई

फ्लाईओवर कि दोनों अप्रोच रोड 11-11 मीटर की होगी। कुल 24 मीटर के हिस्से में 22 मीटर रोड, डेढ़ मीटर का डिवाइडर होगा और सड़क के दोनों तरफ आधे आधे मीटर के हिस्से में क्रैश बैरियर रखे जाएंगे। फ्लाई ओवर का डिजाइन सिक्स लेन होने की वजह से इतनी चौड़ाई रखी गई है, हालांकि जिस आरओबी से इसे मिलाया जाना है, वह अभी भी फोर लेन ही है और निकट भविष्य में उसे सिक्स लेन में तबदील करने की कोई योजना भी नहीं है।


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