जालंधर से लुधियाना जाने वाले ध्यान दें! रविदासिया समाज ने किया नेशनल हाईवे जाम, 6 घंटे रहेगा ब्लाक
पंजाब में विधानसभा चुनाव की तिथि बदलने को लेकर रविदासिया समाज ने द्वारा पिछले कई दिनों से मांग की जा रही है। इसी क्रम में 17 जनवरी सोमवार को रविदासिया समाज द्वारा सुबह 10 बजे से बाद दोपहर 4 बजे तक नेशनल हाईवे पीएपी चौक में धरना लगाया जाएगा।
जागरण संवाददाता, जालंधर : पंजाब में विधानसभा चुनाव की तिथि बदलने को लेकर रविदासिया समाज ने द्वारा पिछले कई दिनों से मांग की जा रही है। इसी क्रम में 17 जनवरी सोमवार को रविदासिया समाज द्वारा सुबह 10 बजे से बाद दोपहर 4 बजे तक नेशनल हाईवे पीएपी चौक में धरना लगाया जाएगा। वहीं पीएपी चौक में रविदासिया समाज द्वारा धरने की खबर को लेकर भारी संख्या में पुलिस मुलाजिम तैनात हो गए हैं। पुलिस के मुताबिक धरना किसी भी कीमत पर भी लगने नहीं दिया जाएगा। फिलहाल पीएपी चौक पर 10.30 तक कोई भी प्रदर्शनकारी नहीं पहुंचे थे। 11 बजे के करीब रविदासिया समाज के लोग पहुंचे व धरना शुरू कर दिया।
मामले को लेकर 10 जनवरी को रविदासिया समाज द्वारा प्रशासन को मांगपत्र देने के साथ ही अल्टीमेटम दिया गया था। जिसके तहत उनकी मांग पूरी ना होने की सूरत में 17 जनवरी को नेशनल हाईवे जाम करने का एलान किया था। जिसके चलते सोमवार को सुबह 10 बजे से नेशनल हाईवे जाम कर दिया जाएगा।
इस दौरान विभिन्न संस्थाओं के प्रतिनिधियों ने 16 फरवरी को श्री गुरु रविदास जी के प्रकाश उत्सव का तथ्य देने के साथ ही 13 फरवरी को बनारस में भारी मात्रा में रविदासिया भाईचारे का शहर से बाहर होने के बारे में भी बताया गया था। समूह रविदासिया समाज प्रकाश उत्सव मनाने में व्यस्त होने के चलते चुनाव में किसी भी रूप में भागीदारी अदा नहीं कर पाएंगे। बावजूद इसके चुनाव की तिथि में परिवर्तन नहीं किया गया। इसके मजबूरी वश यह कदम उठाना पड़ रहा है।
कोरोना और चुनाव को लेकर रविदास मंदिर प्रबंधन चिंतित
जागरण संवाददाता, वाराणसी : श्रीगुरु रविदास मंदिर जन्मस्थान सीरगोवर्धनपुर में संत रविदास जयंती पर देश-विदेश से लाखों की संख्या में आने वाले श्रद्धालुओं के रहने-खाने की व्यवस्था की जाती है। कोरोना और ओमिक्रोन को देखते हुए मंदिर प्रबंधन ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। मंदिर प्रबंधन की ओर से व्यवस्था देख रहे ट्रस्टी केएल सरोये ने बताया कि पंजाब चुनाव और कोरोना संक्रमण के कारण श्रद्धालुओं की संख्या भी कम रहेगी।
उसी अनुरूप पंडालों में व्यवस्था की जा रही है। जयंती की तैयारियों के लिए जल्द ही पंजाब और हरियाणा से सेवादारों का जत्था आने वाला है जिसके बाद तैयारियां तेज हो जाएंगी। श्रद्धालुओं के लिए सप्ताह भर चलने वाले अटूट लंगर के लिए खाद्यान्न भी काफी मात्र में आ गया है। कोरोना के कारण ट्रेनों का आवागमन भी काफी प्रभावित है। उस कारण सेवादार और श्रद्धालुओं की संख्या कम रहेगी। ट्रस्टी सरोये ने बताया कि 15-20 पंडालों और लंगर हाल का काम किया जा रहा है।