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पंजाब ही नहीं पाकिस्‍तान में भी अरूसा आलम के कारण हुआ था बवाल, पाक नौ सेना प्रमुख की हुई थी गिरफ्तारी

Aroosa Alam पंजाब में कैप्‍टन अमरिंदर सिंह की पाकिस्‍तानी मित्र अरूसा आलम पर सियासी बवाल थम नहीं रहा है। दूसरी ओर अरूसा को लेकर कई खुलासे हो रहे हैं। अरूसा के कारण पाकिस्‍तान में भी घमाासान हुआ था और उनके ख‍ुुलासे पर पाक नौसेना के प्रमुख की गिरफ्तारी हुई थी।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Published: Sat, 23 Oct 2021 11:43 PM (IST)Updated: Sun, 24 Oct 2021 08:58 AM (IST)
पंजाब ही नहीं पाकिस्‍तान में भी अरूसा आलम के कारण हुआ था बवाल, पाक नौ सेना प्रमुख की हुई थी गिरफ्तारी
पाकिस्‍तानी पत्रकार अरूसा आलम और पंजाब के पूर्व मुख्‍यमंंत्री कैप्‍टन अमरिंदर सिंह। (फाइल फोटो )

जालंधर, [नितिन उपमन्यु]। Aroosa Alam And Captain Amarinder Singh: पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह की महिला मित्र और पाकिस्तानी पत्रकार अरूसा आलम को लेकर पाकिस्‍तान में भी खूब सियासी बवाल हुआ था। वहां पाकिस्‍तानी नौसेना के प्रधान की गिरफ्तारी भी उनकी खबर के कारण हुई थी। अरूसा को लेकर पंजाब में मचा सियासी थम नहीं रहा है। कांग्रेस के नेताओं के इस मामले में हमले पर कैप्‍टन अमरिंदर सिंह की टीम पलटवार कर रही है। इस बीच अरूसा आलम को लेकर कुछ खुलासे भी हो रहे हैं। अरूसा पाकिस्‍तान की रक्षा मामलों की पत्रकार रही हैं और उनकी रिपोर्टों के कारण पाक नौसेना के तत्‍कालीन प्रमुख की गिरफ्तारी हुई थी। दरअसल उन्‍होंने पाकिस्‍तान के एक रक्षा सौदे में घोटाले का खुलासा किया था।        

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कैप्‍टन अमरिंदर सिंह की पाकिस्‍तानी महिला मित्र पर पंजाब में थम नहीं रहा सियासी बवाल

अरूसा को लेकर विवाद की उपमुख्यमंत्री व गृह मंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा के ट्वीट से शुरुआत हुई। रंधावा ने लिखा था कि अरूसा आलम के पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आइएसआइ के साथ कथित कनेक्शन की जांच के आदेश डीजीपी को दे दिए गए हैं। इस पर कैप्टन ने पलटवार किया तो रंधावा ने जांच के आदेश वाला ट्वीट डिलीट कर दिया, लेकिन दोनों के बीच जमकर ट्वीट वार चलती रही। 

2006 में पहली बार जालंधर में हुई थी कैप्टन अमरिंदर सिंह और अरूसा आलम की मुलाकात

काबिलेगौर है कि 66 वर्षीय अरूसा आलम की कैप्टन के साथ पहली मुलाकात वर्ष 2006 में हुई थी। वह जालंधर में पंजाब प्रेस क्लब के निमंत्रण पर उद्घाटन समारोह के लिए यहां आई थीं। हालांकि, यह भी दावा किया जाता है कि कैप्टन पहली बार 2004 में उनसे पाकिस्तान में मिले थे।

2006 में कैप्‍टन अमरिंंदर सिंह और अरूसा आलम की मुलाकात की तस्‍वीर। (फाइल फोटो) 

अरूसा ने 1980 के बाद बतौर पत्रकार काम शुरू किया। उन्होंने फ्रांस व पाकिस्तान के बीच हुए अगस्ता-90बी पनडुब्बी सौदे में घोटाले को उजागर किया था। इस मुद्दे पर उन्होंने करीब 20 विशेष स्टोरीज की, जिसके कारण 1997 में पाकिस्तान के तत्कालीन नौसेना प्रमुख मंसूरुल हक की गिरफ्तारी हुई। इसके बाद अरूसा की पहचान रक्षा मामलों की पत्रकार के तौर पर बन गई।

इंटरव्यू में कैप्टन को बताया था 'करीबी दोस्त'

कैप्टन और अरूसा अपने संबंधों के बारे में कई बार स्पष्ट कर चुके हैं। अरूसा जब भी भारत आती हैं, तो कैप्टन अमरिंदर के यहां जरूर रुकती हैं। अरूसा ने एक पाकिस्तानी न्यूज चैनल को दिए इंटरव्यू में कैप्टन को करीबी दोस्त बताया था। जब उनसे पूछा गया कि उन्हें कैप्टन अमरिंदर सिंह में क्या पसंद है, तो अरूसा का उत्तर था- 'उनकी सादगी और आंखों की शर्म।' पाकिस्तानी मीडिया ने यह दावा किया था कि अरूसा आइएसआइ प्रमुख रहे फैज हमीद की भी करीबी रही हैं, लेकिन अरूसा ने हमेशा इससे इन्कार किया।

उन्होंने कहा था, 'पाकिस्तान में महिलाओं की स्थिति ठीक नहीं है। मैं उनकी आवाज उठाती हूं, इसलिए मुझे निशाना बनाया जाता है। वे रूढ़ीवादी हैं। मैं हमेशा आधिकारिक औपचारिकताएं पूरी करने के बाद ही भारत आई हूं। पत्रकार के नाते मैं कई लोगों से मिलती हूं, इसका यह मतलब नहीं है कि मुझे आइएसआइ या रॉ का एजेंट कहा जाए।'

कैप्टन अमरिंदर सिंह को बुलाती हैं 'महाराज साहब'

कैप्टन अमरिंदर सिंह  के करीबियों के अनुसार अरूसा आलम कैप्‍टन को 'महाराज साहब' कह कर बुलाती हैं। वर्ष 2017 में जब कैप्टन अमरिंदर सिंह मुख्यमंत्री बने थे तो शपथ ग्रहण समारोह में अरूसा वीवीआइपी सीट पर बैठी नजर आई थीं। इसके अलावा 2017 में खुशवंत सिंह की ओर से कैप्टन पर लिखी किताब 'पीपल्स महाराजा' के विमोचन के कार्यक्रम में भी वह शामिल हुईं। इस किताब में भी दोनों के संबंधों का जिक्र है।

इससे पहले 2010 में वह कैप्टन की लिखी किताब 'द लास्ट सनसेट' के विमोचन पर भी दिखी थीं। वहीं, 2017 और 2018 में अरूसा की हिमाचल प्रदेश के मशोबरा व मनाली में हुई जन्मदिन की पार्टी में शामिल हुए थे। अरूसा के दो बेटे हैं। इनमें फख्र-ए-आलम टीवी शो होस्ट हैं, जबकि रफी आलम बैरिस्टर हैं।

जारी हुआ था फतवा

2007 में अरूसा के खिलाफ लुधियाना स्थित जामा मस्जिद के शाही इमाम ने उन्हें फतवा भी जारी किया था। उन पर इस्लाम का अपमान करने का आरोप था।

वीजा पर विवाद

अरूसा आलम के वीजा के लिए ज्यादातर कैप्टन अमरिंदर सिंह ने ही अनुरोध किया। विवाद होने पर उन्होंने साफ तौर पर इस बात को स्वीकार किया और कहा कि मैंने कई बार अनुरोध किया, लेकिन वीजा केंद्र सरकार की अनुमति व पूरी जांच-पड़ताल के बाद ही दिया जाता है।

अरूसा की मां को कहा जाता था 'जनरल रानी'

अरूसा की मां अकलीन अख्तर काफी प्रभावशाली महिला रहीं हैं। पाकिस्तान के पूर्व जनरल याह्या खान के समय उन्हें 'जनरल रानी' कहा जाता था। पाकिस्तानी गायक अदनान सामी रिश्ते में उनके भतीजे हैं। अरूसा के पिता का भी राजनीति में अच्छा दखल था।


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