विपक्ष के पार्षदों का कांग्रेस पर हमला, बोले- वार्ड 80 कर दिए पर विकास की योजना नहीं बनाई
जालंधर नगर निगम में विपक्ष के पार्षदों ने मेयर जगदीश राजा के एक वर्ष के कार्यकाल में नगर निगम को असफल, अपंग, असमर्थ, दिशा एवं दूरदृष्टिविहीन करार दिया है।
जागरण संवाददाता, जालंधर : नगर निगम जालंधर में मेयर जगदीश राजा का एक वर्ष का कार्यकाल पूरा होने के मौके पर विपक्ष के पार्षदों ने नगर निगम को असफल, अपंग, असमर्थ, दिशा एवं दृष्टिहीन करार दिया है। उन्होंने आरोप लगाया है कि पंजाब सरकार ने जालंधर के 60 वार्ड को बढ़ाकर 80 तो कर दिया लेकिन इन वार्डों में विकास के लिए कोई योजना नहीं बनाई।
पार्षद एवं सदन के उपनेता विपक्ष सुशील शर्मा ने कहा कि जालंधर के अधिकतर वार्डों में न तो पूरे सफाई कर्मचारी हैं और न ही कूड़ा उठाने की कोई कुशल योजना। उन्होंने कहा कि वार्डों की सफाई कर्मचारियों की बांट हास्यस्पद एवं असंवैधानिक है। पिछले 1 वर्ष में बार-बार 14 करोड़ रुपये के पैचवर्क घोटाले के बारे में मेयर जगदीश राजा से पूछा गया, लेकिन उन्होंने इस विषय पर चुप्पी साध रखी है। सुशील शर्मा ने कहा कि जिस प्रकार विभिन्न वार्डों से विपक्ष के पार्षद जीत कर आए हैं उन्हें नजरंदाज कर हारे प्रतिनिधियों का नाम शिलान्यास पट्टिका पर लिखना गलत है।
पार्षद परमजीत सिंह ने कहा कि पंजाब सरकार वन टाइम सेटलमेंट स्कीम नहीं ला सकी है, जिस कारण जालंधर के हजारों लोगों को निगम के चक्कर काटने पड़ रहे हैं। जनता को परेशानी उठानी पड़ रही है। पार्षद बलजीत सिंह प्रिंस, शैली खन्ना एवं श्वेता धीर ने कहा कि शहर में आबादी बढ़ती जा रही है और निगम सीवरेज की समस्या हल नहीं करवा पा रहा। निगम ने पर्याप्त मशीनरी एवं सीवरमैन भर्ती करने का कोई निर्णय नहीं लिया है।
पार्षद तमनरीत कौर एवं गीता ने कहा कि एक तरफ हम जालंधर को स्मार्ट सिटी बनाना चाहते हैं तो दूसरी तरफ स्वच्छ भारत के नाम पर खानापूर्ति हो रही है। उन्होंने कहा कि पूरे शहर में गंदगी के ढेरों की गिनती बढ़ती जा रही है। यह बहुत चिंता की बात है।