शिक्षा मंत्री का विवादित बयान, कहा- सरकारी स्कूल ढाबा, निजी स्कूल फाइव स्टार होटल
शिकायत निवारण कमेटी की बैठक में शिक्षा मंत्री ओपी सोनी विवादित बयान दे गए। उन्होंने सरकारी स्कूलों की तुलना ढाबे से की तो निजी स्कूलों की फाइव स्टार होटल से।
जेएनएन, जालंधर। शिकायत निवारण कमेटी की बैठक में शिक्षा मंत्री ओपी सोनी विवादित बयान दे गए। उन्होंने सरकारी स्कूलों की तुलना ढाबे से की तो निजी स्कूलों की फाइव स्टार होटल से। निजी स्कूलों में मोटी फीस पर रोक लगाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि इस पर विचार किया जा रहा है। शीघ्र ही निर्णय लेंगे। मोटी फीस क्यों वसूली जा रही है, इसके जवाब में उन्होंने कहा कि फाइव स्टार होटल और ढाबों में अंतर तो होता ही है।
साथ ही मंत्री ने कहा कि सरकार इसके लिए भी वचनबद्ध है कि सरकारी स्कूलों में पढऩे वाले बच्चे भी आइएएस व आइपीएस अधिकारी बन सकें। वह चाहते हैं कि लोग निजी स्कूलों के बजाय अपने बच्चों को सरकारी स्कूलों में शिक्षा ग्रहण करवाएं, जहां प्रत्येक तरह की सुविधा सरकार की तरफ से मुहैया करवाई जा रही है।
मीटिंग में न पहुंचने पर डीईओ सस्पेंड
जिला शिकायत निवारण कमेटी की बैठक में डीईओ (सेकेंडरी) सतनाम सिंह बाठ के अनुपस्थित रहने का कड़ा संज्ञान लेते हुए सोनी ने उन्हें सस्पेंड कर दिया। उन्होंने साफ कहा कि जिलास्तरीय यह बैठक काफी अहम होती है। इसमें अनुपस्थिति या लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जा सकती। कहा कि प्रत्येक जिला शिकायत निवारण कमेटी की मीटिंग में विभागाध्यक्षों की उपस्थिति जरूरी है। उधर, डीईओ सतनाम सिंह ने कहा कि वह 2 जनवरी से छुट्टी पर हैं। उन्हें बुखार है। उनकी छुट्टी आगामी सोमवार तक है।
70 फीसद से कम नतीजे आए तो प्रिंसिपल पर भी होगी कार्रवाई
सोनी ने कहा है कि अगर चालू शैक्षणिक सत्र के दौरान किसी भी स्कूल के नतीजे 70 फीसद से कम पाए गए तो संबंधित स्कूल प्रिंसिपल के खिलाफ कड़ी विभागीय कार्रवाई की जाएगी। संबंधित जिले के डीईओ की भी जवाबदेही होगी।