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भारतीय टीम में जगह बनाने में फिसड्डी पंजाब के पहलवान

साउथ एशियन गेम्स में रेसलिग मुकाबले छह से नौ दिसंबर को होने जा रहे हैं।

By JagranEdited By: Published: Tue, 03 Dec 2019 08:30 PM (IST)Updated: Wed, 04 Dec 2019 06:12 AM (IST)
भारतीय टीम में जगह बनाने में फिसड्डी पंजाब के पहलवान
भारतीय टीम में जगह बनाने में फिसड्डी पंजाब के पहलवान

कमल किशोर, जालंधर

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नेपाल में होने वाली साउथ एशियन गेम्स में रेसलिग मुकाबले छह से नौ दिसंबर को होने जा रहे हैं। हाल में ही पीएपी के इंडोर स्टेडियम में संपन्न हुई सीनियर राष्ट्रीय कुश्ती चैंपियनशिप के आधार पर साउथ एशियन गेम्स में हिस्सा लेने के लिए भारतीय टीम का चयन किया गया था। टीम में वही खिलाड़ी शामिल हैं जिन्होंने सीनियर राष्ट्रीय कुश्ती चैंपियनशिप में फ्री स्टाइल में स्वर्ण पदक हासिल किया है। महिला वर्ग में पंजाब की गुरशरणप्रीत कौर ने टीम में जगह बनाई है। वहीं, पुरुषों में पंजाब के संदीप सिंह ने 79 भार वर्ग में स्वर्ण पदक जीता था। लेकिन साउथ एशियन गेम्स में इस कैटेगरी के शामिल न होने के कारण संदीप को भारतीय टीम में शामिल नहीं किया गया है।

सीनियर राष्ट्रीय कुश्ती चैंपियनशिप में फ्री स्टाइल में पुरुष व महिला वर्ग में कुल दस दस पहलवानों ने भाग लिया था। जिसमें से दोनों वर्गो में एक एक खिलाड़ी ही स्वर्ण पदक ला पाए। अगर पंजाब के अन्य खिलाड़ी स्वर्ण पदक जीतते तो वे साउथ एशियन गेम्स का हिस्सा जरूर बनते। भारतीय टीम में शामिल हैं ये खिलाड़ी

पुरुष टीम

दिल्ली राहुल 57 किलो भार

एसएससीबी रविदर 61 किलो

जेएचकेडी अमित 65 किलो

यूपी गौरव बालियान 74 किलो

आरएसपीबी पवन कुमार 86 किलो

आरएसपीबी सत्याव्रत कादियान 97 किलो

आरएसपीबी सुमित 125 किलो महिला टीम

राजस्थान शीतल 50 किलो

हरियाणा पिकी 53 किलो

आरएसपीबी सरिता 57 किलो

हरियाणा अंशू 59 किलो

आरएसपीबी साक्षी मलिक 62 किलो

हरियाणा अनीता श्योराण 68 किलो

पंजाब गुरशरणप्रीत कौर 76 किलो पुरुष वर्ग में फ्री स्टाइल मुकाबले में 79 किलो भार वर्ग में संदीप सिंह ने स्वर्ण पदक जीता था। फिलहाल कुल सात किलो भार वर्ग के कुश्ती मुकाबले हो रहे हैं। उनकी कैटेगरी गेम्स में शामिल नहीं हैं। इसलिए उनका चयन टीम में नहीं हो पाया। वहीं, महिला टीम में पंजाब से एकमात्र गुरशरणप्रीत कौर का चयन हुआ है। हरियाणा के रेसलर को पंजाब के रेसलर तभी टक्कर दे सकते हैं अगर राज्य सरकार मूलभूत सुविधाएं मुहैया करवाएं। हरियाणा सरकार खिलाड़ियों के लिए काफी कुछ कर रही है। वहीं, पंजाब सरकार खेलों व खिलाड़ियों को नजरअंदाज कर रही है।

- पदमश्री करतार सिंह, प्रधान पंजाब कुश्ती संस्था


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