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अमेजन ने ये क्‍या किया, बेच रहा स्वर्ण मंदिर की तस्वीर लगा टॉयलेट सीट, SGPC ने भेजा नोटिस

ऑनलाइन शापिंग कंपनी अमेजन की एक हरकत से विवाद पैदा हो गया है। कंपनी पर ऐसा टॉयलेट सीट बेचने का आरोप है जिस पर श्री स्‍वर्ण मंदिर की फोटो लगी है। एसजीपीसी ने कंपनी को नोटिस भेजा है।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Published: Wed, 19 Dec 2018 03:50 PM (IST)Updated: Thu, 20 Dec 2018 09:29 AM (IST)
अमेजन ने ये क्‍या किया, बेच रहा स्वर्ण मंदिर की तस्वीर लगा टॉयलेट सीट, SGPC ने भेजा नोटिस
अमेजन ने ये क्‍या किया, बेच रहा स्वर्ण मंदिर की तस्वीर लगा टॉयलेट सीट, SGPC ने भेजा नोटिस

जालंधर, जेएनएन। ऑनलाइन श‍ापिंग कंपनी अमेजन बड़े विवाद में फंस गई है। अमेजॉन की ओर से ऐसी करतूत की है जिससे सिखों में आक्रोश है। आरोप लगा है कि अमेजन की साइट पर एेसा टाॅयलेट सीट बेचा जा रहा है जिस पर सिखों के मुख्य धार्मिक स्थल की तस्वीरें लगी हैं। अमेजन की साइट पर बिक रही एक टॉयलेट मैट और टॉयलेट सीट पर श्री स्‍वर्ण मंदिर साहिब टेंपल की तस्वीर लगी दिखाई गई है। इससे सिखों में भारी रोष व्‍याप्‍त हो गया है। एसजीपीसी ने इसके खिलाफ अमेजॉन को नोटिस भेजा है।    

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सिखों में रोष, एसजीपीसी ने अमेजन कंपनी को भेजा कानूनी नोटिस

कंपनी की ओर से अपनी वेबसाइट पर फिलीफोम यूनिवर्सल टायलेट सीट की बिक्री के लिए प्रसारित एक तस्वीर में सीट के ऊपर श्री स्‍वर्ण मंदिर साहिब की तस्वीर वाला मैट दिखाया गया है। इसको लेकर सिखों में भारी रोष पैदा हो गया है। एसजीपीसी ने वेबसाइट पर दिखाए गए इस मैट पर सख्त एतराज जताया है। इस उत्पाद की बिक्री का अमेरिका और भारत सहित अन्य स्थानों पर विरोध शुरू हो गया है। अमेरिका के यूनाइटेड सिख्स नाम के संगठन ने ट्वीट करके अमेजन के सीईओ जेफ बेजॉस से इस उत्पाद को तुरंत हटाने और माफी मांगने की मांग की है। बता दें कि हरमिंदर साहिब या स्वर्ण मंदिर सिखों का प्रमुख धार्मिक स्थल है। दुनियाभर से सिख और दूसरे धर्मों के लोगों की आस्थाएं भी इससे जुड़ी हैं।

यूनाइटेड सिख ने तस्वीर के साथ ट्वीट कर कहा कि स्वर्ण मंदिर सिखों का सबसे पवित्र धार्मिक स्थल है। वहीं, खंडा साहिब उनके मजहब का प्रमुख धार्मिक चिन्ह है। इससे सिखों की धार्मिक आस्थाएं आहत हुई हैं। इसलिए, इनकी तस्वीरों वाले उत्पादों को तुरंत हटाया जाए। विरोध के बाद अमेजॉन ने कुछ उत्पाद जरूर हटाए हैं पर टॉयलेट की बिक्री जारी है।

मनजिंदर सिंह सिरसा ने दी अमेजॉन को चेतावनी

इधर, भारत में दिल्ली के राजौरी गार्डन से शिरोमणि अकाली दल के विधायक मनजिंदर सिंह सिरसा ने इस फोटो को ट्वीट किया है। विधायक सिरसा ने अमेजन से तुरंत इस उत्पाद को हटाने और इसे बेचने वाली कंपनी को बैन करने की मांग की है। मनजिंदर सिंह सिरसा ने लिखा, 'इस तरह के प्रोडक्ट कुछ और नहीं बल्कि धार्मिक भावनाओं को आहत करते हैं।'

मनजिंदर सिंह सिरसा का ट्वीट।

मनजिंदर सिंह सिरसा ने  अमेजन को संबोधित करते हुए लिखा है, 'इस प्रोडक्ट के विवरण में भी उस धर्मस्थल के शब्द का इस्तेमाल किया गया है। आप फिर भी इसे अपने पोर्टल पर बेच रहे हैं। मैं अमेजन को चेतावनी देता हूं कि तुरंत इस प्रोडक्ट को हटाया जाए और इसे बेचने वाली कंपनी को बैन किया जाए, नहीं तो दुनियाभर में विरोध के लिए तैयार रहे।'

तिरंगे, हिंदू देवी-देवताओं की तस्वीर वाले डोरमैट भी बेचे थे

इस तरह के उत्पाद बेचकर अमेजन पहले भी विवादों में रह चुकी है। कुछ समय पहले इसी ई पोर्टल पर राष्ट्रीय ध्वज जैसा डोरमैट बेचे जाने के बाद बवाल मच गया था। तब विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने अमेजन के खिलाफ सख्त रुख अपनाया था। उन्होंने अमेजन को कड़ी चेतावनी देते हुए उसे यह डोरमेट हटाने और बिना शर्त माफी मांगने को कहा था। इस कंपनी ने हिंदू देवी-देवताओं की फोटो वाले डोरमैट भी बेचे थे। इस पर भी काफी बवाल मचा था।

एसजीपीसी ने कंपनी के खिलाफ कार्रवाई के लिए विदेश मंत्री को भी लिखा पत्र

दूसरी ओर, शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) ने अमेजन कंपनी की ओर से सिखों की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के मामले का सख्त नोटिस लिया है। एसजीपीसी के अध्यक्ष गोबिंद सिंह लोंगोवाल के निर्देश पर एसजीपीसी के मुख्य सचिव डॉ. रूप सिह ने अमेजन कंपनी को कानूनी नोटिस भेजा है।

डॉ. रूप सिंह ने कहा कि कंपनी की इस हरकत को हरगिज बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। श्री हरिमंदिर साहिब आध्यात्मिक शक्ति का केंद्र है। इस मामले को लेकर अमृतसर के पुलिस कमिश्नर को भी कंपनी के खिलाफ केस दर्ज करने के लिए शिकायत दी गई है। कंपनी को भेजे गए नोटिस में कहा गया है कि इस उत्पाद को तुरंत साइट से हटाया जाए। साथ ही कंपनी सिखों से माफी मांगे।

उन्‍होंने कहा कि अगर कंपनी ने माफी नहीं मांगी और उत्पाद के एड को साइट से नहीं हटाया तो एसजीपीसी उसके खिलाफ सिविल और फौजदारी कार्रवाई करेगी। कंपनी विदेशी है, इसलिए कार्रवाई करने के लिए भारत सरकार की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज को भी एसजीपीसी ने पत्र भेजा है।


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