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एक साल में आधे रह गए प्याज के दाम

यह पहला अवसर है जब जून में प्याज के दामों में इतनी गिरावट आई है। एक साल के भीतर ही प्याज के दाम आधे रह चुके हैं।

By JagranEdited By: Published: Fri, 12 Jun 2020 02:13 AM (IST)Updated: Fri, 12 Jun 2020 02:13 AM (IST)
एक साल में आधे रह गए प्याज के दाम
एक साल में आधे रह गए प्याज के दाम

शाम सहगल, जालंधर : यह पहला अवसर है जब जून में प्याज के दामों में इतनी गिरावट आई है। एक साल के भीतर ही प्याज के दाम आधे रह चुके हैं। जो प्याज पिछले वर्ष इन दिनों में रिटेल में 40 रुपये प्रति किलो बेचे जाते थे, वही इन दिनों 15 से 20 रुपये प्रति किलो बिक रहे हैं। कोरोना वायरस के चलते लगे क‌र्फ्यू व लॉकडाउन के कारण होटल, ढाबे व रेस्टोरेंट पड़े हैं। समागम इत्यादि भी नाममात्र ही हैं। ऐसे में प्याज की कामर्शियल मांग काफी कम हुई है। इसके अलावा इन दिनों प्याज की आमद भी निरंतर जारी है। थोक कारोबारियों का कहना है कि आने वाले दिनों में प्याज की आमद और तेज होने के चलते फिलहाल भंडारण करने का भी कोई औचित्य नहीं बनता। यही कारण है कि थोक कारोबारी मंडी में प्याज की साथ-साथ ही बिक्री कर रहे हैं।

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मध्यप्रदेश व राजस्थान के बाद अब नासिक की फसल भी तैयार

मकसूदां सब्जी मंडी के थोक कारोबारी गुरविदर सिंह बताते हैं कि इन दिनों मंडी में मध्य प्रदेश तथा राजस्थान से प्याज की आमद हो रही है। आने वाले 10 दिनों में नासिक की फसल भी तैयार हो जाएगी। इसकी आमद शुरू होते ही दामों में और भी गिरावट हो सकती है। यही कारण है कि थोक कारोबारी प्याज का भंडारण करने का जोखिम नहीं उठा रहे।

बंद पड़े होटल व रेस्टोरेंट, वेडिग सीजन में भी नहीं हुई मांग

कोविड-19 के होटल, रेस्टोरेंट तथा ढाबे बंद रखने के निर्देश दिए गए हैं। हालांकि इसमें राहत देते हुए होम डिलीवरी की इजाजत है, लेकिन कारोबार को रफ्तार नहीं मिली है। इसी तरह मार्च से लेकर मई महीने तक वेडिग सीजन के दौरान भी प्याज की मांग नहीं हुई। यही कारण है कि प्याज का भंडारण करने वाले व्यापारियों ने सारा माल मार्केट में निकाल दिया था। कॉमर्शियल मांग नहीं होने तथा प्याज के निरंतर मंडी में पहुंचने के चलते हैं दामों में भारी गिरावट हुई है।

मंडी में रोजाना पहुंच रही 25 से 30 गाड़ियां

मकसूदां स्थित सब्जी मंडी में इन दिनों रोजाना प्याज की 25 से 30 गाड़ियां पहुंच रही हैं। जबकि लोकल रोजाना 10 से 15 गाड़ियां ही बिक रही हैं। शेष गाड़ियां अन्य शहरों में भेजी जा रही है। कारोबारियों की मानें तो आने वाले दिनों में प्याज के दामों में और भी गिरावट हो सकती है। इसके चलते कोई भी कारोबारी प्याज का भंडारण नहीं कर रहा।


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